ओटावा। कैनेडियन सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस (सीएसआईएस) की हाल ही में नॉन क्लासीफाइड टॉप सीक्रेट ब्रीफिंग रिपोर्ट का हवाला देते हुए ग्लोबल न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन के साथ-साथ भारत को कैनेडा की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के लिए संभावित खतरे के रूप में पहचाना गया है।
ग्लोबल न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, दस्तावेज़ में स्पष्ट रूप से कहा गया है, “हम जानते हैं कि चीन ने २०१९ और २०२१ के संघीय चुनावों को गुप्त रूप से और भ्रामक रूप से प्रभावित करने की कोशिश की थी,चीन को अब तक का सबसे महत्वपूर्ण खतरा बताया गया है। लेकिन अब भारत का नाम इसमें शामिल होने से स्थिति और विकट हो गई है।
गौरतलब है कि सूचना तक पहुंच अधिनियम (एक्सेस टू इनफॉरमेशन एक्ट) के तहत ग्लोबल न्यूज द्वारा प्राप्त दस्तावेज़ से पता चलता है कि रिपोर्ट के लगभग तीन पृष्ठ भारत पर केंद्रित हैं, हालांकि अधिकांश विवरण संशोधित हैं। उपलब्ध जानकारी में उल्लेख किया गया है, “भारत विदेशी हस्तक्षेप गतिविधियों में संलग्न है,” जिससे भारत चीन के अलावा स्पष्ट रूप से पहचाना जाने वाला एकमात्र देश बन गया है।
आपको बता दें कि कैनेडा के हालिया चुनावों में चीनी हस्तक्षेप के बारे में मीडिया आउटलेट्स द्वारा उठाई गई चिंताओं के बाद ओटावा में विदेशी हस्तक्षेप की जांच आयोग द्वारा जारी है। ब्रीफिंग रिपोर्ट से पता चलता है कि कैनेडा में चीन की हस्तक्षेप गतिविधियाँ व्यापक हैं।
सीएसआईएस की अक्टूबर २०२२ की रिपोर्ट में, एजेंसी ने कहा था कि ऐसा प्रतीत होता है कि भारत सरकार के एजेंटों ने एक उम्मीदवार के लिए सदस्यता खरीदकर जबकि दूसरे को कमजोर करके कंजर्वेटिव की २०२२ लीडरशिप की दौड़ में हस्तक्षेप किया है। साथ ही सरकार के सभी स्तरों पर कई राजनेताओं को धन देने का भी दावा किया गया है।
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