ग़ाज़ा। उत्तरी ग़ाज़ा में राहत सामग्री का इंतज़ार कर रहे सौ से ज़्यादा फ़िलिस्तीनियों की एक हमले में मौत हो गई। हमास नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके लिए इसराइली सेना को ज़िम्मेदार ठहराया है। वहीं, इसराइली सेना के एक सूत्र ने बताया है कि सैनिकों को लगा कि उनकी जान जोख़िम में है, इसलिए गोलियां चलाई गईं। इजरायली सेना का कहना है कि अधिकांश फिलिस्तीनियों की मौत ट्रकों द्वारा कुचले जाने के कारण हुई है, इसके लिए सेना जिम्मेदार नहीं है।
सेना ने कहा- सभी लोगों ने जरूरत का सामान लूटना शुरू कर दिया। वो हमारी तरफ बढ़ रहे थे, हमें लगा वो लोग खतरनाक हो सकते हैं इसलिए फायरिंग की।
७ अक्टूबर २०२३ को शुरू हुई इजराइल-हमास जंग में अब तक २४ अस्पताल और १२३ एम्बुलेंस तबाह हो चुकी हैं। कोई गाड़ी नहीं होने के कारण घायलों और शवों को गधा गाड़ी से अस्पताल ले जाया गया। इसके अलावा जिस ट्रक में राहत सामग्री पहुंची थी उसमें भी शवों और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। इस युद्ध में अब तक ३० हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं।
