ओंटारियो २५ सितंबर। कैनेडा में जस्टिन ट्रुडो के राज में महंगाई आसमान छू रही है। लेकिन कैनेडियन पीएम का ध्यान लोगों को समस्याओं से राहत दिलाने के बजाय विवादित चीज़ों पर ज्यादा रहता है। वैसे तो पूरे कैनेडा में मकानों की कीमतें और किराया लगातार बढ़ता जा रहा है। लेकिन ब्रैम्पटन में मकानों के किराए में कुछ ज्यादा ही इजाफा देखा गया है। रेंटल की रिपोर्ट की मानें तो ब्रैम्पटन में किराया कैनेडा के राष्ट्रीय औसत की तुलना में पिछले साल तीन गुना तेजी से बढ़ा है। रिपोर्ट के आंकड़ों से पता चला है कि पूरे कैनेडा में सितंबर से साल-दर-साल वन-बेडरूम यूनिट्स के औसत किराए में ८.९ प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इससे आप अनुमान लगा सकते हैं, कैनेडा में स्थिति क्या हो रही है।
जबकि कैनेडा के अन्य शहरों में उस अवधि के दौरान कीमतों में काफी तेज बदलाव देखा गया। विशेष रूप से लावल, क्वये में २०.१ प्रतिशत और कैलिगरी, आल्टा में २१.६ प्रतिशत बढ़ोतरी हुई। जबकि ब्रैम्पटन में वन बेडरूम के किराए में २९ प्रतिशत का इजाफा हुआ, वहीं डबल बेडरूम के किराए में भी २५.७ फीसदी की वृद्धि देखी गयी।
हालांकि ओंटारियो ने २०२३ में किराये में अधिकतम बढ़ोतरी की सीमा २.५ प्रतिशत निर्धारित की, जबकि अगले साल भी यही रहेगी। यहां बता दें कि यह सीमा १५ नवंबर,२०१८ से पहले निर्मित घरों के लिए ही लागू है। साथ ही डौग फोर्ड सरकार ने नए घरों के लिए किराया नियंत्रण संबंधी उपायों को खत्म कर दिया है। इसका मकसद डेवलपर्स को प्रोत्साहित करना और ओंटारियो की हाउसिंग सप्लाई को बढ़ावा देना बताया जाता है। जिसके चलते किराए में दोहरे अंकों में बढ़ोतरी हो सकती है।
रिपोर्ट यह भी कहती है कि ब्रैम्पटन कैनेडा में सबसे महंगे किराए वाले शहरों में से एक है, यहां वन बेडरूम यूनिट्स का किराया २,२७४ डॉलर प्रति माह है। हालांकि यह टोरंटो के मुकाबले ३४६ डॉलर मासिक कम है। यह भी देखने में आया है कि ब्रैम्पटन में औसतन दो बेडरूम वाले घर का किराया हर महीने २,६५० डॉलर होता है, जो कि टोरंटो की तुलना में ७६३ डॉलर प्रति माह कम है।
अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि ब्रैम्पटन में किराया देश के अन्य हिस्सों की तुलना में तेजी से क्यों बढ़ रहा है। मसलन यहां किराए आए उछाल की कुछ वजहें हैं, जैसे कि ब्रैम्पटन वह हब है, जहां बड़ी संख्या में इमिग्रेंट्स आते हैं। क्योंकि यहां नए लोगों के लिए एंट्री लेवल पर नौकरी करने के विभिन्न अवसर व विकल्प मौजूद रहते हैं। जबकि यहां बाहर से बड़ी संख्या में लोग स्टूडेंट वीजा के साथ आते हैं। इसलिए यहां घरों की डिमांड बहुत रहती है।
साल २०२१ में हुई जनगणना के मुताबिक ब्रैम्पटन में अपने प्रांत में इमिग्रेंट्स की आबादी तीसरे नंबर पर थी। जबकि यह पूरे कैनेडा में पांचवे पायदान पर रही है। ताज़ा सेंसस के अनुसार ब्रैम्पटन की करीब २१ फीसदी आबादी गैर-कैनेडियन थी।
गौरतलब है कि पिछले साल कैनेडा में रिकार्ड नंबर पर इमिग्रेंट्स पहुंचे थे। २०२५ तक इसमें भारी इजाफा होने की संभावना है। ऐसे में कैनेडा में आवास संकट और गहरा सकता है।