दिव्यक्षत अर्पण महोत्सव के दौरान , मंदिर समिति द्वारा २२ दिसंबर, २०२३ और १५ जनवरी, २०२४ के बीच भक्तों को मंदिर में अक्षत (अखंडित चावल) चढ़ाने के लिए आमंत्रित किया गया है। जिसका आज अंतिम दिन है। इन अक्षत प्रसाद को फिर अयोध्या ले जाया जाएगा और भगवान श्री राम लला के पवित्र चरणों में समर्पित किया जाएगा।








प्रभु श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात २८ जनवरी, २०२४ को भारत के अयोध्या में श्री राम चरित मानस भवन परिक्रमा मार्ग पर एक विराट संगोष्ठी एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।