टोरंटो,१४ अगस्त। कैनेडा में जुलाई महीने के आंकड़ों के अनुसार मुद्रास्फीति के बढ़ने की पाशंका जताई जा रही है, जो एक साल की लगातार गिरावट के बाद प्रगति में बदलाव का संकेत है।
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) ३.१ प्रतिशत पर आ जाएगा, जिसका मुख्य कारण गैसोलीन की ऊंची कीमतें हैं।
मुद्रास्फीति को कम करने के प्रयास में बैंक ऑफ कैनेडा ब्याज दरें बढ़ा रहा है और सितंबर में दरों में एक और बढ़ोतरी संभव है।
हालाँकि, अर्थशास्त्रियों का कहना है कि केंद्रीय बैंक दरें बहुत जल्दी बढ़ाने से झिझक सकता है, क्योंकि श्रम बाजार में नरमी आने लगी है।
बेरोजगारी दर बढ़ रही है और आने वाले महीनों में इसके बढ़ने की उम्मीद है। इससे बैंक ऑफ़ कैनेडा की ब्याज दरें बढ़ाने की नीति पर लगाम लग सकती है, क्योंकि ब्याज दरें बहुत तेज़ी से बढ़ाने से नौकरियाँ ख़त्म हो सकती हैं। केंद्रीय बैंक अपना अगला ब्याज दर निर्णय ६ सितंबर को करेगा।
