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धनतेरस और दिवाली पर भारत में ५०,००० करोड़ रुपए का कारोबार होने का अनुमान

नई दिल्ली, १३ नवंबर । देशभर में धनतेरस के साथ ही दिवाली का त्योहार शुरू हो चुका है। १० नवंबर को धूमधाम सिद्धेश्वर में धनतेरस मनाई गई जबकि १२ नवंबर को भारत सहित पूरी दुनिया में दिवाली की धूम रही।
पंच दिवसीय त्यौहार की शुरुआत १० नवंबर को देश भर में धनतेरस के साथ हुई जिसे लेकर व्यापारियों में काफी उत्साह देखने को मिला। दिल्ली समेत देश भर के व्यापारियों ने बंपर बिक्री की। त्योहार के मौके पर माल बेचने के लिए बड़े स्तर पर तैयारी भी की गई थी।
लंबे समय से चली आ रही केंद्र सरकार की पहल पर इस वर्ष स्वर का लोकल की धूम देखने को मिली जबकि चीनी या फिर विदेशी सामान नजर नहीं आए। माय ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने देश भर में धनतेरस के मौके पर ५०,००० करोड रुपए से अधिक कारोबार होने का अनुमान लगाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर के महीने के अंत में आयोजित होने वाली मन की बात कार्यक्रम के दौरान लोगों से अपील की थी की लोकल समान ही खरीदें। इससे पहले बीते वर्ष भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से अपील की थी जिसका व्यापक स्तर पर असर भी देखने को मिला था। बाजार की व्यापारियों का कहना है कि इस वर्ष मेड इन इंडिया या फिर वोकल फार लोकल को लोग प्राथमिकता दे रहे हैं। माना जा रहा है कि लोकल का स्वर को बढ़ावा देने के कारण विदेशी और चीनी सामानों को लेकर लगभग एक लाख करोड रुपए का घाटा हो सकता है।
देश भर में अब गोवर्धन पूजा, भाई दूज और छठ का त्यौहार मनाया जाएगा। इसके बाद इस महापर्व का समापन होगा। व्यापारी अब तक के रुझानों और बिक्री से बेहद उत्साहित हैं। वहीं ,सरकारी खजाने में भी जीएसटी के रूप में भारी रकम जमा होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

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