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नित्य प्रात:कालीन प्रार्थना

वह शक्ति हमें दो दयानिधे ,
कर्तव्य मार्ग पर डट जाएँ !
पर-सेवा पर-उपकार में हम ,
निज जीवन सफल बना जाएँ !!

हम दीन दु:खी निबलों विकलों
के सेवक बन संताप हरें !

जो हों भूले भटके बिछुड़े
उनको तारें खुद तर जाएँ !

वह शक्ति हमें दो …………….

छल द्वेष दंभ पाखंड झूठ ,
अन्याय से निसि दिन दूर रहें ,

जीवन हो शुद्ध सरल अपना ,
शुचि प्रेम सुधा रस बरसाएँ !

वह शक्ति हमें दो …………….

निज आन मान मर्यादा का ,
प्रभु ध्यान रहे अभिमान रहे ,

जिस पुण्य भूमि में जन्म लिया ,
बलिदान उसी पर हो जाएँ !

वह शक्ति हमें दो दयानिधे ,
कर्तव्य मार्ग पर डट जाएँ !
पर-सेवा पर-उपकार में हम ,
निज जीवन सफल बना जाएँ !!

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