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फूट सकता है कैनेडियन आवास बाजार का बुलबुला, गहरी मंदी का बनेगा कारण

ओटावा, ३१ अगस्त। प्रसिद्ध आर्थिक विश्लेषक फिलिप कोलमार का कहना है कि कैनेडा का आवास बाजार दुनिया में सबसे महंगे बाजारों में से एक है। वह इस तथ्य की ओर इशारा करते हैं कि घर की कीमतें आय से कहीं अधिक हो गई हैं और कई घर मालिकों को अत्यधिक लाभ मिलता है। उन्होंने यह भी नोट किया कि कैनेडियन उधारकर्ताओं को प्रचलित ब्याज दरों पर हर पांच साल में अपने मॉर्टगेज यानी बंधक को नवीनीकृत करना होगा। इसका मतलब यह है कि वे बढ़ती ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील हैं, जो उनका बंधक भुगतान वहन करने योग्य क्षमता से बाहर हो सकता है। उनका कहना है कि इससे एक हाउसिंग बबल क्रिएट हो रहा है जो आने वाले समय में अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा सकता है।
हालांकि, कोलमार को नहीं लगता कि आवास बाजार का बुलबुला तुरंत फूट जाएगा, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी है कि यह अपरिहार्य है अर्थात एक दिन यह होना निश्चित है। उनका कहना है कि जिन प्रमुख कारकों पर नजर रखनी होगी वे हैं ब्याज दरों में आगे बढ़ोतरी और रोजगार का स्तर। यदि बेरोजगारी बढ़ती है और बंधक दरें बढ़ती हैं, तो कैनेडा को संयुक्त राज्य अमेरिका में २००८ के वित्तीय संकट जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। इससे गहरी मंदी आएगी, आर्थिक गतिविधियों में उल्लेखनीय गिरावट आएगी और बेरोजगारी में तेज वृद्धि होगी।
वहीं दूसरी ओर कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि आवास क्षेत्र में काम कर रही कुछ बड़ी कंपनियों का कार्टेल जानबूझकर देश में आवास की मांग के आंकड़ों को कम करके दर्शाने में लगा हुआ है, जिससे मांग की अपेक्षा बेहद कम आवास योजनाएं तैयार हो रही हैं। नतीजतन देश भर में आवास की कीमतों और किराए में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिल रही है। नागरिकों की आय में सीमित बढ़ोतरी और बेरोजगारी के कारण यह स्थिति धीरे-धीरे खतरनाक रूप लेती जा रही है। एक तरफ जहां मकान मालिकों तथा कुछ विशेष कंपनियों को बड़ा लाभ हो रहा है वहीं देश का एक बड़ा तबका आवास संकट का सामना कर रहा है।
कुल मिलाकर, हाउसिंग बबल कैनेडा की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा जोखिम है। अगर यह फटा तो इसका देश पर विनाशकारी प्रभाव पड़ सकता है। देश के नीति नियंताओं तथा हितधारकों को स्थिति की बारीकी से निगरानी करने और जोखिमों को कम करने के लिए कदम उठाने की सख्त ज़रूरत है।

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