ओटावा,२६ सितंबर। ट्रूडो सरकार ने पड़ोसी देश अज़रबैजान में बढ़ते सैन्य संघर्ष के समय आर्मेनिया में एक नए दूतावास के लिए अपने राजदूत की घोषणा की है। एंड्रयू टर्नर को अगले महीने येरेवन में तैनात किया जाएगा।
टर्नर की पृष्ठभूमि में मुख्य रूप से मध्य पूर्व में पोस्टिंग शामिल है, हालांकि उन्होंने आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच तनाव पर ओटावा की प्रतिक्रिया को आकार देने में भी मदद की है।
आपको बता दें कि कैनेडा में एक बड़ा अर्मेनियाई प्रवासी वर्ग रहता है। लिबरल सरकार ने तर्क दिया है कि यह दूतावास काकेशस क्षेत्र के बारे में ओटावा के ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा, जबकि विदेशियों को वीजा और कैनेडियन लोगों को पासपोर्ट सेवाओं के साथ मदद मिलेगी।
यह खबर तब आई है जब संयुक्त राष्ट्र में कैनेडा के राजदूत बॉब रे ने कहा है कि अजरबैजान अपने नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र में अर्मेनियाई लोगों का “जातीय सफाया” कर सकता है।
विदेश मंत्री मेलानी जोली ने बयान जारी कर अजरबैजान से तनाव बढ़ाना बंद करने का आह्वान किया है और एनडीपी ने उनसे उस देश के अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाना शुरू करने को कहा है।
