नई दिल्ली, १४ नवंबर । मणिपाल एजुकेशन एंड मेडिकल ग्रुप के चेयरमैन रंजन पई ने बायजूस की सब्सिडियरी कंपनी आकाश एजुकेशन सर्विसेज लिमिटेड में डेविडसन केम्पनर का मौजूद डेट इन्वेस्टमेंट खरीद लिया है। आर्थिक संकट से जूझ रही बायजूस इसे चुका नहीं पा रही थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये डील १,४०० करोड़ में हुई है। केम्पनर को चुकाए गए १,४०० करोड़ में से ८०० करोड़ कर्ज़ था और ६०० करोड़ ब्याज़। केम्पनर के पास आकाश की बंधक के तौर पर १५-२० प्रतिशत हिस्सेदारी थी। डील के हिस्से के रूप में अब वो अपनी हिस्सेदारी पई को ट्रांसफर कर देगा। डेविडसन केम्पनर अमेरिका की एसेट मैनेजमेंट कंपनी है।
पई की एक इकाई ने एनएसई सीबीआरआईसीएस प्लेटफॉर्म पर डेविडसन केम्पनर की सभी एनसीडीएस खरीदी। इस डील के साथ ही बायजूस और इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी डेविडसन केम्पनर के बीच लंबे समय से चल रहा विवाद खत्म हो गया है।
बायजूस ने साल २०२१ में करीब १ बिलियन डॉलर में आकाश एजुकेशन सर्विसेज लिमिटेड का अधिग्रहण किया था, जो कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को कोचिंग देता है।
पाई को आकाश एजुकेशनल सर्विसेज के बोर्ड में सीट मिलेगी। उन्हें दो और प्रतिनिधियों को नॉमिनेट करने का भी अधिकार होगा। आकाश के बोर्ड में वर्तमान में छह मेंबर हैं, जिनमें केम्पनर के दो प्रतिनिधि शामिल हैं। इस डील के बाद ये बोर्ड से बाहर हो जाएंगे।
बायजूस को ३१ मार्च २०२२ को खत्म हुए वित्त वर्ष में २,२५० करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। जबकि एक साल पहले कंपनी को २,४०६ करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। हालांकि, कंपनी की इनकम १,५५२ करोड़ से बढ़कर ३,५६९ करोड़ रही। बायजूस ने शनिवार ४ नवंबर को इसके बारे में जानकारी दी थी। फाइनेंशियल रिजल्ट जारी करने में देरी सहित कई अन्य कारणों से कंपनी रेगुलेटरी जांच के घेरे में है।
