सैन फ्रांसिस्को,०१ जून। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने भारतीय प्रवासियों की एक सभा को दिए अपने संबोधन में, भारत में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर लोगों को धमकाने तथा देश की एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में मंगलवार को एक कार्यक्रम में गांधी ने कहा कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) भारत में राजनीति के सभी साधनों को नियंत्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपनी भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने से पहले उन्होंने महसूस किया कि राजनीति में लंबे समय से चले आ रहे सामान्य तौर-तरीके अब काम नहीं आ रहे हैं।
गांधी ने कहा कि भाजपा लोगों को धमका रही है और सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। भारत जोड़ो यात्रा इसलिए शुरू की गई क्योंकि लोगों से जुडऩे के लिए हमें जिन साधनों की जरूरत थी, उन सभी पर भाजपा-आरएसएस का नियंत्रण है। उन्होंने कहा कि हम यह भी महसूस कर रहे थे कि राजनीतिक रूप से कार्य करना काफी कठिन हो गया है। इसलिए हमने भारत के सबसे दक्षिणी सिरे से श्रीनगर तक पदयात्रा का फैसला किया।
गांधी ने कहा कि स्नेह, सम्मान और विनम्रता की भावना से यात्रा की गई। उन्होंने कहा कि अगर कोई इतिहास को पढ़ेगा तो पाएगा कि गुरु नानक देव जी, गुरु बसवन्ना जी, नारायण गुरु जी सहित सभी आध्यात्मिक नेताओं ने देश को एक समान तरीके से एकजुट किया। गांधी ने कहा कि भारत वह नहीं है जो मीडिया में दिखाया जा रहा है, जो एक ऐसी राजनीतिक सोच को बढ़ावा देना पसंद करता है जो वास्तविकता से बहुत दूर है।
उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी विकृति है। गांधी ने कहा कि यात्रा में मेरे लिए यह बहुत स्पष्ट हो गया कि इन चीजों को दिखाना मीडिया के हित में है, इससे भाजपा को मदद मिलती है। इसलिए यह मत सोचिए कि मीडिया में आप जो कुछ भी देखते हैं वह सच है। उन्होंने कहा कि भारत वह नहीं है जो मीडिया दिखाता है। मीडिया को एक विशेष कहानी दिखाना पसंद है। वह एक ऐसी राजनीतिक कहानी को बढ़ावा देना पसंद करता है जिसका भारत की वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है।
कांग्रेस नेता अमेरिका के तीन शहरों की यात्रा के लिए मंगलवार को यहां पहुंचे। इस दौरान वह भारतीय प्रवासियों से बातचीत करेंगे और अमेरिकी सांसदों से मुलाकात करेंगे। ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने पिछले हफ्ते कहा था कि गांधी की यात्रा का मकसद वास्तविक लोकतंत्र के साझा मूल्यों और दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है।
