भाजपा में विवादित नेताओं की टिकट कटने का सिलसिला जारी है। पार्टी ने पहली सूची में कई विवादित नेताओं को बेटिकट किया है। पार्टी के इस कदम की विभिन्न बुद्धिजीवियों ने सराहना की है। हालांकि अन्य प्रमुख पार्टियां इस तरह की कोई पहल करेंगी इसमें अभी संशय है।
भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो अक्सर अपने बयानों से विवादों में रही भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया है वहीं , संसद के अंदर बसपा सांसद दानिश अली पर विवादित बयान देने वाले रमेश विधूड़ी को भी टिकट नहीं मिली।
यह सिलसिला दूसरी सूची में भी जारी रही। भाजपा ने ७२ उम्मीदवारों की दूसरी सूची में कर्नाटक के दो ऐसे सांसदों की टिकट काटी है, जो पिछले कुछ दिनों से किसी न किसी कारण से विवादों में घिरे रहे थे और उनकी वजह से पार्टी को बैकफुट पर आना पड़ा।
भाजपा ने इस बार कर्नाटक से अपने सांसद प्रताप सिम्हा की टिकट काट दी। पिछले दिनों वे इस बात को लेकर विवाद में आए थे कि उनकी सिफारिश पर कुछ लोगों का सांसद का पास बना था, जिन्होंने संसद भवन के अंदर विरोध प्रदर्शन किया। दो लोगों ने तो संसद की दर्शक दीर्घा से सदन के अंदर छलांग लगा दी थी और धुआं छोड़ा था। बाद में इनको गिरफ्तार किया गया।
गौरतलब है कि इस सिलसिले में प्रताप सिम्हा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी तरह लोकसभा चुनाव में ३७० सीटें जीत कर संविधान बदलने का बयान देने वाले भाजपा सांसद अनंद हेगड़े की टिकट भी कट गई है। उनके इस बयान पर भाजपा ने बहुत नाराजगी जताई थी और कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था।
कुल मिलाकर चुनावी संग्राम दिलचस्प होता जा रहा है। आने वाले समय में भी भारतीय राजनीति में कुछ उल्लेखनीय होने वाला है, इस बात के आसार नजर आ रहे हैं। हालांकि आगे क्या होगा यह देखने वाली बात होगी।
