पैरिस , १९ जनवरी। दुनिया की सबसे बूढ़ी महिला की पहचान बना चुकी फ्रेंच नन लुसिल रैंडन का ११८ साल की उम्र में निधन हो गया है। रैंनड को सिस्टर आंद्रे के नाम से जाना जाता था। ११ फरवरी १९०४ को दक्षिणी फ्रांस में उनका जन्म हुआ था। टॉलोन शहर के एक नर्सिंग होम में उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके एक करीबी ने कहा कि वह अपने प्यारे भाई के पास जाना चाहती थीं। नर्सिंग होम में भी वह सुबह प्रार्थना जरूर करती थीं।
बता दें कि अब तक की सबसे बूढ़ी महिला जीन लुइस को माना जाता है जिनकी १९९७ में मौत हो गई थी। उन्हें आधिकारिक तौर पर दुनिया में सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाली महिला का खिताब दिया गया था। वह भी फ्रांस की ही रहने वाली थीं। हालांकि रूस के शोधकर्ताओं ने दावा किया था कि जीन कैल्मेंट का दावा फर्जी हो सकता है। बताया जाता है कि कैल्मेंट की जब मौत हुई थी तब वह १२२ साल १६४ दिन की थीं।
मॉस्को सोसाइटी ने कहा था कि १९३४ में जिस महिला की मौत हुई थी वह जीन कैलमेंट ही थीं ना कि उनकी बेटी। उस समय वह ५९ साल की थीं। हालांकि उनकी बेटी युवोन ने उत्तराधिकार टैक्स भरने से बचने के लिए मां की पहचान ले ली। अगर रूसी शोधकर्ताओं का दावा सच है तो जीन की बेटी की मौत ९९ साल की अवस्था में हुई थी।
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