वाशिंगटन,22 जुलाई। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सहयोगी टॉम बैरक पर मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के हितों को आगे बढ़ाने और विदेश नीति को अवैध रूप से प्रभावित करने का आरोप लगाया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बैरक पर अप्रैल 2016 से लेकर अप्रैल 2018 तक यूएई के एजेंट के तौर पर काम करने और साजिश रचने का भी आरोप लगाया गया है।साथ ही उनके ऊपर न्याय में बाधा डालने और फेडरल एजेंटों को झूठे बयान देने का भी आरोप लगाया गया है।
बैरक के साथ दो और लोगों पर भी आरोप लगाया गया है, जिसमे एक मैथ्यू ग्रिम्स जो एस्पेन, कोलोराडो से हैं, तो वहीं दूसरा आरोपी यूएई का नागरिक राशिद सुल्तान राशिद अल मलिक अलशाही है। आरोपों के अनुसार, बैरक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से संयुक्त अरब अमीरात के लोगों के संपर्क में था। बैरक के पास यूएई के वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने के लिए एक दूसरा फोन भी था। रिपोर्ट के अनुसार बैरक ने अलशाही को ईमेल भी किए है।
बैरक और मैथ्यू को लॉस एंजिल्स की अदालत में पेश किया गया, जहां अमेरिकी मजिस्ट्रेट न्यायाधीश पेट्रीसिया डोनह्यू ने दोनों को हिरासत में लेने का आदेश दे दिया। तो वहीं मलिक अलशाही फरार बताया जाता है। अधिकारियों के मुताबिक वह पश्चिम एशिया में कहीं रह रहा है।
