ओटावा। भारतीय-कैनेडाई सांसद रमेश सिंह संघा खालिस्तानियों पर खूब भड़ास निकाली। संसद की वर्चुअल बैठक में उन्होंने कुछ सिख सांसदों को भी खरी खरी सुनाई। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ सिख सांसद भारत के खिलाफ अपने एजेंडे पर काम करते हुए खालिस्तानियों का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका यह काम सीधे तौर पर भारत के अंदरुनी मामलों में दखल है। सांसद संघा ने कहा कि मुझे सिख होने और कनाडा का नागरिक होने पर गर्व है। मैं खालिस्तानी उग्रवादी नहीं हूं। उन्होंने कहा कि मैं खालिस्तानियों का या उनका समर्थन करने वालों का हमदर्द नहीं हूं। पर कैनेडा की संसद में कुछ ऐसे लोग हैं जो उन उग्रवादियों के हिमायती हैं। संघा ने 2018 की एक खुफिया रिपोर्ट का हवाला भी दिया। उस रिपोर्ट में सिख खालिस्तानी उग्रवादी शब्द का इस्तेमाल था। इस रिपोर्ट से सिख शब्द हटाने पर संघा ने कैनेडा सरकार का आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि अब कुछ ऐसे लोग भी काम कर रहे हैं, जो खालिस्तान शब्द को भी रिपोर्ट से हटवानेे का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे लोगों पर आरोप लगाया कि जो लोग खालिस्तानी उग्रवादी शब्द हटाना चाहते हैं, वे कैनेडा की सुरक्षा से समझौता कर रहे हैं। इस रिपोर्ट में खालिस्तानी उग्रवादियों के पनपने की पूरी कहानी है।
98 Views