पन्ना। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में एक दिहाड़ी मजदूर ने दो पीढ़ी की मेहनत के बाद एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। मोतीलाल प्रजापति नाम के मजदूर ने दो पीढ़ी से जिस खजाने की तलाश में था उसे हाथ लग चुका है। दरअसल कई साल पहले उसके पिता ने हीरे की खान के लिए प्रसिद्ध पन्ना के पास जमीन का एक टुकड़ा लीज पर लिया था। कई सालों तक उस जगह पर खुदाई करने के बाद उनके बाप-दादाओं को वहां एक भी हीरा का एक कतरा नहीं मिला। लेकिन उनकी लालसा खत्म नहीं हुई। उन्होंने साल-दर-साल उस जगह पर खुदाई जारी रखी। अगली पीढ़ी और फिर अगली पीढ़ी ने इस काम को जारी रखा लेकिन किसी को एक भी रत्न हाथ नहीं लगा। प्रजापति परिवार पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा था लेकिन उन्होंने अपने दादा के ट्रेजर हंट के इस मिशन को जारी रखा।
करीब डेढ़ महीने पहले ही प्रजापति और उसका भाई रघुवीर ने पन्ना के पास कृष्ण कल्याणपुर इलाके में फिर से खुदाई शुरू कर दी। उन्हें उम्मीद थी कि इस बार वे सफलता जरूर हासिल करेंगे। मंगलवार को उनकी किस्मत ने करवट ली और प्रजापति खानदान की तीसरी पीढ़ी को जो हाथ लगा उसकी वे कल्पना भी नहीं कर सकते थे। उन्होंने खुदाई में 42.59 कैरेट के हीरे को खोज निकाला। इसकी कुल कीमत करीब डेढ़ करोड रुपए है। बताया जाता है कि 1961 के बाद से अब तक खुदाई में मिले हीरों में ये दूसरा सबसे बड़ा हीरा है। प्रजापति ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं। डेढ़ महीने की मेहनत के बाद मुझे एक हीरा मिला है जो करोडों की कीमत का है। मुझे 5 लाख का लोन चुकाना है। यह हीरा मेरी सारी मुसीबतें खतम कर देगा। प्रजापति ने इस कीमती हीरे को पन्ना के हीरा ऑफिसर को सौंप दिया है। गौरतलब है कि प्रजापति के परिवार की तरह ही सैकड़ों लोग हीरे की तलाश में पन्ना आते हैं।