नई दिल्ली। दिल्ली के शराब नीति मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अमेरिका के बयान के बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने सख्त रुख दिखाया है। भारत सरकार ने अमेरिका के कार्यवाहक मिशन उप प्रमुख ग्लोरिया बर्बेना को तलब किया और आपत्ति दर्ज कराई।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल की ओर से जारी बयान में कहा गया, “भारत की कानूनी प्रक्रियाएं एक स्वतंत्र न्यायपालिका पर आधारित हैं, जो ऑब्जेक्टिव और समय पर फैसलों के लिए प्रतिबद्ध है। भारतीय न्यायपालिका पर आक्षेप लगाना अनुचित है। न्यायपालिका पर सवाल न उठाएं।”
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा, ‘अगर दो देश लोकतांत्रिक हों तो इसकी उम्मीद और बढ़ जाती है, नहीं तो अव्यवस्था की स्थिति बन सकती है।’
इससे पहले जर्मनी ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर बयान दिया था। भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा इस मामले में जर्मन दूतावास के उप प्रमुख जॉर्ज एन्जवीलर को तलब किया गया था। भारत ने इसे देश की आंतरिक घटना बताया था और जर्मन पक्ष की टिप्पणियों पर कड़ा विरोध जताया था।
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