जनवरी में ८०० कंपनियों ने बैंकरप्सी फाइलिंग की
ओटावा। कैनेडा में मंदी की सुगबुगाहट तेज़ हो रही है। देश में बैंकरप्सी के लिए अप्लाई करने वाली कंपनियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। केवल जनवरी में ही ८०० से अधिक कंपनियों ने बैंकरप्सी के लिए आवेदन किया है। इससे पहले २०२३ में देश में बैंकरप्सी फाइलिंग में करीब ४० फीसदी की तेजी देखने को मिली थी। हालात इस कदर बिगड़ गये हैं कि अभी जितनी कंपनियां बैंकरप्सी के लिए आवेदन कर रही हैं, वह संख्या पिछले १३ साल में सबसे अधिक है।
आपको बता दें कि कोरोना काल के दौरान कंपनियों को ४५,००० डॉलर का ब्याज मुक्त लोन दिया गया था जिसे चुकाने की डेडलाइन जनवरी २०२४ में ख़त्म हुई थी। कैनेडा की जीडीपी में छोटी कंपनियों की करीब ३३ फीसदी हिस्सेदारी है।
सरकारी आंकड़ों की मानें तो देश की इकॉनमी मजबूत बनी हुई है। लेकिन छोटी कंपनियों और कई कंज्यूमर्स को संघर्ष करना पड़ रहा है। दिसंबर में कैनेडा की इकॉनमी के ०.३ फीसदी बढ़ने की संभावना है। इस तरह चौथी तिमाही में इसमें १.२ फीसदी की तेजी की संभावना है। तीसरी तिमाही में देश की जीडीपी में १.१ फीसदी गिरावट रही थी।
इस प्रकार तकनीकी रूप से देश अभी मंदी की चपेट में आने से बचा हुआ है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में कंपनियों का दिवालियापन के लिए आवेदन करना देश की अर्थव्यवस्था की ख़राब सेहत का संकेत है।