नई दिल्ली । टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क और वेंचर कैपिटलिस्ट विनोद खोसला एक्स पर सार्वजनिक विवाद में उलझ गए। मस्क ने एआई से संबंधित मूल संविदात्मक समझौतों के कथित उल्लंघन को लेकर ओपनएआई और इसके सीईओ सैम ऑल्टमैन पर केस किया है।
खोसला ने एक्स के मालिक पर ओपनएआई पर मुकदमा करके खट्टे अंगूर व्यवहार का प्रदर्शन करने का आरोप लगाया, तो अरबपति ने जवाब दिया कि भारतीय मूल के निवेशक को इस मुद्दे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। खोसला ने एक्स पर पोस्ट किया, एलन मस्क के साथ, ओपनएआई पर मुकदमा करना थोड़ा अंगूर खट्टा जैसा लगता है। मस्क ने जवाब दिया, विनोद को नहीं पता कि वह यहां किस बारे में बात कर रहे हैं।
खोसला के अनुसार, मस्क ने एआई के आसपास साझा उद्देश्यों तक पहुंचने की दिशा में ओपनएआई के साथ मिलकर काम किया होगा। मस्क २०१८ तक ओपनएआई के मूल बोर्ड सदस्य थे, जबकि खोसला ने २०१९ में ओपनएआई में लगभग ५० मिलियन डॉलर का निवेश किया था। खोसला ने मस्क पर आगे हमला करते हुए कहा कि अरबपति जल्दी शामिल हो गए और जल्दी ही निकल गए, जब ऐसा लग रहा था कि आगे बढऩा कठिन है और मिशन को जारी रखने के लिए व समाज को कोई लाभ पहुंचाने के लिए वास्तविक पैमाने पर धन की आवश्यकता है।
मस्क की ओर से अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को की एक अदालत में दायर मुकदमा, ओपनएआई के नवीनतम प्राकृतिक भाषा मॉडल जीपीटी -४ के इर्द-गिर्द घूमता है। मस्क ने आरोप लगाया कि ओपनएआई और माइक्रोसॉफ्ट (जिसने सैम ऑल्टमैन द्वारा संचालित कंपनी में अरबों डॉलर का निवेश किया है) ने इस बात पर सहमति व्यक्त करने के बावजूद कि कृत्रिम सामान्य बुद्धिमत्ता (एजीआई) क्षमताएं गैर-लाभकारी और मानवता के लिए समर्पित रहेंगी, के बावजूद अनुचित तरीके से जीपीटी -४ को लाइसेंस दिया है। खोसला ने कहा कि ये मुकदमे एजीआई तक पहुंचने के लक्ष्यों और इसके लाभों से ध्यान भटकाने वाले हैं।
