शाह आलम। भारत की बेटियों ने इतिहास रच दिया है। भारतीय महिला टीम ने बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया है। युवा अनमोल खरब ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाई। रोमांचक फाइनल में भारत ने थाईलैंड को ३-२ से हराकर अपना पहला स्वर्ण पदक जीता। पीवी सिंधू के नेतृत्व में भारतीय महिला टीम के युवा और तेजतर्रार समूह ने थाईलैंड की उम्मीदों पर पानी फेर दिया और दो बार की कांस्य पदक विजेता थाईलैंड के खिलाफ जीत हासिल की।
प्रतियोगिता में ज्यादातर टीमों की तरह, थाईलैंड पूरी ताकत के साथ नहीं खेल रहा था। वे अपने शीर्ष दो एकल खिलाडिय़ों – विश्व नंबर १३ रतचानोक इंतानोन और विश्व नंबर १६ पोर्नपावी चोचुवोंग के बिना थे। चार महीने बाद एक्शन में लौटीं दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू ने पहले मैच में दुनिया की १७वें नंबर की खिलाड़ी सुपनिडा काटेथोंग को २१-१२, २१-१२ से हरा दिया। उन्होंने पहला एकल मुकाबला जीतकर भारत को १-० की बढ़त दिला दी।
विश्व नंबर २३ त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने इसके बाद अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और दुनिया की नंबर १० जोड़ी के खिलाफ चौंका देने वाला प्रदर्शन किया। जोंगकोलफान कितिथाराकुल और राविंडा प्रा जोंगजई की जोड़ी को त्रिशा-गायत्री की जोड़ी ने २१-१६, १८-२१, २१-१६ से हराया और भारत को ड्राइवर सीट पर बैठा दिया। विश्व नंबर १८ खिलाड़ी बुसानन ओंगबामरुंगफान के खिलाफ अपना दूसरा एकल मुकाबला खेल रहीं अश्मिता चलिहा से काफी उम्मीदें थीं। शनिवार को अश्मिता ने पूर्व विश्व चैंपियन जापान की नोजोमी ओकुहारा के खिलाफ शानदार जीत हासिल की थी।
अश्मिता ने २०२२ में सिंगापुर ओपन के दौरान बुसानन को हराया था। वह दूसरे गेम में १४-१४ तक मैच में बनी रहीं, लेकिन उसके बाद अप्रत्याशित गलतियां अश्मिता को महंगी पड़ीं और वह अनुभवी थाई खिलाड़ी से ११-२१ १४-२१ से हार गईं। युवा श्रुति मिश्रा और सीनियर राष्ट्रीय चैंपियन प्रिया कोन्जेंगबाम के लिए बेन्यापा ऐम्सार्ड और नुनटाकर्न ऐम्सार्ड की दुनिया की १३वें नंबर की जोड़ी को हराना एक कठिन काम होने वाला था और दुनिया की १०७वें नंबर की भारतीय जोड़ी उम्मीद के मुताबिक २९ मिनट तक तले मुकाबले में ११-२१, ०९-२१ से हार गई।
मुकाबला २-२ से बराबरी पर था और ऐसे में एक बार फिर से पूरी जिम्मेदारी अनमोल खरब पर थी। उन्होंने फिर से भारत को जीत दिलाने की जिम्मेदारी उठाई और उन्होंने निर्णायक तीसरे एकल में दुनिया की ४५वें नंबर की खिलाड़ी पोर्नपिचा चोइकीवोंग पर २१-१४, २१-९ की शानदार जीत हासिल की और भारत को चैंपियन बनाया। जीत के तुरंत बाद पूरी टीम अनमोल को उठाने के लिए दौड़ पड़ी और सेतिया सिटी कन्वेंशन सेंटर में जीत का शानदार जश्न मनाया। भारत ने इससे पहले बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में दो पदक जीते थे और दोनों ही पदक पुरुष टीम के नाम पर थे। भारतीय पुरुष टीम ने २०१६ और २०२० संस्करणों में कांस्य पदक जीते थे। हालांकि, इस साल पुरुष टीम को क्वार्टर फाइनल में ही हार का सामना करना पड़ा था।
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