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मूसेवाला के शूटरों को पनाह देने वाला लारेंस बिश्नोई का साथी छोटा मनी पंजाब से गिरफ्तार

चंडीगढ़ । पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने लारेंस बिश्नोई के करीबी मनदीप सिंह उर्फ छोटा मनी निवासी चंडीगढ़, जिसने सिद्धू मूसेवाला के कत्ल में शामिल मुल्जिमों को ठिकाने मुहैया करवाने और २०१७ में गैंगस्टर दीपक टीनू की भागने में मदद की थी, को गिरफ़्तार किया है।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि मुल्जिम छोटा मनी को उसके साथी समेत गिरफ़्तार किया गया है, जिसकी पहचान जतिन्दर सिंह निवासी मोहल्ला गोबिन्दपुरा, मनीमाजरा के तौर पर हुई है। पुलिस टीमों ने इनके पास से दो .३२ कैलीबर पिस्तौल के साथ-साथ १२ जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि ज़ीरकपुर के क्षेत्र में छोटा मनी की मौजूदगी के बारे विश्वसनीय सूत्रों से मिली पुख़्ता सूचना के बाद, एडीजीपी प्रमोद बाण के नेतृत्व वाली एजीटीएफ और एआईजी सन्दीप गोयल की निगरानी और डीएसपी बिक्रम बराड़ के नेतृत्व अधीन पुलिस टीमों ने मुलजिमों के ठिकानों का पता लगाने में सफलता प्राप्त की और उसे उसके साथी समेत गिरफ़्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि दोनों मुल्जिम लारेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के लिए सक्रियता से काम कर रहे थे और दोनों आपराधिक पृष्टभूमि वाले हैं, जिनके विरुद्ध इरादतन कत्ल, जबरन वसूली, डकैती और हथियार एक्ट के अंतर्गत चंडीगढ़ और हरियाणा में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि काबू किये गए मुल्जिमों को उनके विदेशी हैंडलर्स द्वारा विरोधी गैंगस्टरों का सुनियोजित कत्ल करने सम्बन्धी वारदातों को अंजाम देने का काम सौंपा गया था।
एआईजी सन्दीप गोयल ने बताया कि साल २०२२ में, दोषी छोटा मनी को उसके अन्य साथियों सचिन थापन, दीपक मुंडी और जोगिन्द्र जोग्गा- सभी शूटर और सिद्धू मूसेवाला कत्ल में शामिल मुलजिमों को विदेशी हैंडलरों के कहने के मुताबिक अयोध्या आधारित राजनेता विकास सिंह के इशारे पर सनसनीखेज़ अपराध करने के लिए कहा गया था।
जि़क्र योग्य है कि बाद में विकास सिंह को नवंबर २०२३ में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( एनआईए) द्वारा गिरफ़्तार कर लिया गया था। उन्होंने बताया कि लारेंस बिश्नोई छोटा मनी को विदेश में बसाना चाहता था और उसे यूरोप में सुरक्षित प्रवेश के लिए तीन बार दुबई भी भेजा गया, परन्तु असफल रहने के कारण बाद में उसे वापस भारत लौटना पड़ा। इस सम्बन्ध में पुलिस थाना स्टेट क्राइम, एसएएस नगर में हथियार एक्ट की धारा २५ के अधीन मामला दर्ज किया गया है।

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