वाशिंगटन। एक तरफ जहां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी को लेकर राजनीतिक सरगर्मी जोरों पर है वहीं ट्रंप के खिलाफ चल रहे मामलों को लेकर भी राजनीतिक हल्कों और अमेरिकी समाज में चर्चाएं अपने चरम हैं।
लेखिका ई जीन कैरोल से दुष्कर्म एवं मानहानि मामले में शुक्रवार को अंतिम सुनवाई शुरू होने से पहले गुरुवार को न्यूयार्क की संघीय अदालत में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गवाही दी। बयान दर्ज कराने के दौरान ट्रंप नाराज होकर कोर्ट रूम से बाहर चले गए। उन्होंने आरोप लगाया कि लेखिका के यौन शोषण के आरोपों का खंडन करने का मात्र तीन मिनट का समय दिया गया।
गौरतलब है कि १९९६ में मैनहटन के एक डिपार्टमेंटल स्टोर में ट्रंप द्वारा लेखिका से दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया है। मानहानि मामले में अंतिम बहस के दौरान वकीलों को नौ सदस्यीय ज्यूरी के समक्ष अपना पक्ष रखने का मौका मिलेगा। इस दौरान मामले में इस बात पर विचार विमर्श होगा कि क्या लेखिका ५० लाख डालर से अधिक मानहानि की हकदार है।
गुरुवार को मामले की सुनवाई के दौरान संघीय न्यायाधीश लुईस ए. कपलान ने नियमों को तोड़ने के आरोप में ट्रंप की गवाही को सीमित कर दिया। ट्रंप को केवल तीन मिनट का मौका मिला, लेकिन वह इसके बाद भी नहीं हटे। जिस पर जज ने फटकार लगाई, इससे नाराज होकर ट्रंप कोर्ट रूम से बाहर चले गए।



