सैन फ्रांसिस्को,०३ जनवरी। २०२४ में टेक कंपनियों में छंटनी बेरोकटोक जारी रहने वाली है। साइबर सिक्योरिटी इंडस्ट्री नुकसान से उबर नहीं रही और ११० से ज्यादा साइबर सिक्योरिटी कंपनी ने २०२३ में हजारों कर्मचारियों को निकाल दिया। टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, एक समय बड़े पैमाने पर अछूते रहे साइबर हमलों और डेटा उल्लंघनों की बढ़ती संख्या के बावजूद इस साल साइबर सुरक्षा क्षेत्र में नौकरियां प्रभावित हुईं। टेक इंडस्ट्री में पिछले १२ महीनों में २६०,००० से अधिक नौकरियां खत्म हो गई हैं, २०२२ की तुलना में भारी वृद्धि हुई है, जिसमें १,०६१ टेक कंपनियों ने १६४,७६९ कर्मचारियों की छंटनी की है।
रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी में, यूके स्थित साइबर-सुरक्षा कंपनी सोफोस ने अपने वैश्विक कार्यबल के १० प्रतिशत या लगभग ४५० कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। सोफोस ने नौकरी में कटौती के लिए चुनौतीपूर्ण और अनिश्चित माहौल को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि वह सोफोस की दीर्घकालिक सफलता का समर्थन करने के लिए विकास और मुनाफे के लिए यह कदम उठा रहा है।
साइबर सुरक्षा फर्म बिशप फॉक्स ने मई में लगभग ५० कर्मचारियों, या अपने कार्यबल के १३ प्रतिशत को यह कहते हुए निकाल दिया कि उन्होंने वैश्विक आर्थिक स्थिति और व्यवसाय को अधिक कुशल बनाने के लिए पहचाने गए अवसरों के जवाब में सक्रिय रूप से ये बदलाव किए हैं।
यूके की साइबर सुरक्षा कंपनी एनसीसी ग्रुप ने अगस्त में पुष्टि की थी, कि वह अपने कर्मचारियों की संख्या में और कटौती कर रहा है, इसके कुछ महीने बाद उन्होंने ७ प्रतिशत कर्मचारियों, यानी १२५ कर्मचारियों को निकाल दिया था। एनसीसी ने कहा कि वह बाजार की बदलती गतिशीलता और ग्राहकों की मांग के जवाब में कर्मचारियों की एक छोटी संख्या को हटा रही है। अमेरिकी साइबर सुरक्षा फर्म रैपिड७ ने भी अपने १८ प्रतिशत कार्यबल को हटाने की योजना की घोषणा की, जिससे ४०० से अधिक कर्मचारी प्रभावित होंगे।
बग बाउंटी दिग्गज हैकरवन ने भी नौकरी में कटौती करने का फैसला लिया है। यूएस-आधारित स्टार्टअप ने घोषणा की कि वह अपने कार्यबल का १२ प्रतिशत यानी लगभग ५० कर्मचारियों को कम कर रहा है। मैलवेयरबाइट्स ने १०० कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। साइबर-सुरक्षा स्टार्टअप आयरननेट ने भी अपने बाकी सभी कर्मचारियों को निकाल दिया, इसकी वजह कंपनी का अक्टूबर में अपना परिचालन बंद करने की तैयारी करना था।
