नई दिल्ली, २८ दिसंबर। अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने टोटल एनर्जीज के साथ १,०५० मेगावाट के संयुक्त उद्यम (जेवी) के पूरा होने की घोषणा की।
संयुक्त उद्यम के हिस्से के रूप में टोटल एनर्जीज़ ने परियोजनाओं में ५० प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एजीईएल की सहायक कंपनी में ३० करोड़ डॉलर का निवेश किया।
दोनों कंपनियों के बीच सितंबर २०२३ में संयुक्त उद्यम के बारे में पक्का समझौता हुआ था।
संयुक्त उद्यम में १,०५० मेगावाट का पोर्टफोलियो है, जिसमें भारत में सौर और पवन ऊर्जा दोनों परियोजनाओं का मिश्रण है। इसमें पहले से चालू (३०० मेगावाट), निर्माणाधीन (५०० मेगावाट) और विकासाधीन परिसंपत्तियों (२५० मेगावाट) का मिश्रण है।
इस संयुक्त उपक्रम के गठन के साथ टोटल एनर्जीज़ ने एजीईएल के साथ अपने रणनीतिक गठबंधन को मजबूत किया है और २०३० तक एजीईएल के ४५ गीगावॉट क्षमता के लक्ष्य को सक्षम करने में सहायता की है।
एजीईएल भारत का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा समाधान भागीदार है, जो स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन को सक्षम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कंपनी यूटिलिटी-स्केल ग्रिड से जुड़े सौर, पवन और हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्रों का विकास, स्वामित्व और संचालन करती है।
देश के १२ राज्यों में फैले ८.४ गीगावॉट के ऑपरेटिंग नवीकरणीय पोर्टफोलियो के साथ, एजीईएल वर्तमान में भारत में सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा डेवलपर है, जो कुल ४.१ करोड़ टन से अधिक सीओ२ उत्सर्जन की भरपाई करता है। एजीईएल भारत के डी-कार्बोनाइजेशन लक्ष्यों के अनुरूप २०३० तक ४५ गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने के अपने लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध है।
कंपनी ऊर्जा की स्तरीय लागत (एलसीओई) को कम करने और सस्ती स्वच्छ ऊर्जा को व्यापक रूप से अपनाने की सुविधा के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर ध्यान केंद्रित करती है। एजीईएल के ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो को २०० मेगावाट से अधिक क्षमता वाले संयंत्रों के लिए जल सकारात्मक, एकल-उपयोग प्लास्टिक-मुक्त, और शून्य अपशिष्ट-से-लैंडफिल के रूप में प्रमाणित किया गया है, जो सतत विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।