नई दिल्ली ,२० दिसंबर । समग्र भारतीय सार्वजनिक क्लाउड सेवा बाजार की औसत वार्षिक वृद्धि दर २०२२-२७ के दौरान २२.९ प्रतिशत रहने और २०२७ तक इसके १७.८ अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) के अनुसार, २०२३ की पहली छमाही में भारतीय सार्वजनिक क्लाउड सेवा (पीसीएस) बाजार का कुल राजस्व ३.८ अरब डॉलर था, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर-एज-ए-सर्विस (आईएएएस), प्लेटफॉर्म-एज-ए-सर्विस (पीएएएस) समाधान और सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस (एसएएएस) शामिल हैं।
आईडीसी इंडिया के एसोसिएट रिसर्च डायरेक्टर, क्लाउड और एआई, राजीव रंजन कहते हैं, भारत में सार्वजनिक क्लाउड सेवाएं केवल लागत बचत और लचीलेपन से परे विकसित हुई हैं।
रंजन ने कहा, जबकि उद्यम जेनएआई, चैटबॉट्स और संवादात्मक एआई टूल में निवेश बढ़ा रहे हैं, जेनएआई टूल विशेष रूप से लागत अनुकूलन, एप्लिकेशन विकास और वर्कलोड परीक्षण उपयोग के मामलों के लिए उपयोग किए जाते हैं।
एसएएएस २०२३ की पहली छमाही में समग्र सार्वजनिक क्लाउड सेवा बाज़ार का सबसे बड़ा घटक बना रहा। इसके बाद आईएएएस और पीएएएस रहे। शीर्ष दो सार्वजनिक क्लाउड सेवा प्रदाताओं का बाज़ार में ४० प्रतिशत से अधिक हिस्सा बना हुआ है।
चुनौतीपूर्ण आर्थिक परिस्थितियों के बावजूद, प्रमुख क्लाउड सेवा प्रदाता भारत में महत्वपूर्ण निवेश कर रहे हैं। यह कदम भारतीय बाजार की मजबूत क्षमता में उनके विश्वास का संकेत देता है।
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