गुवाहाटी,०८ अक्टूबर। भारत के उत्तर पूर्वी राज्य सिक्किम में बादल फटने से सेना के सात जवानों सहित २१ लोगों की मौत हो गई है। अचानक आई बाढ़ में कई लोग अभी भी लापता हैं। जिनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
गुवाहाटी में पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने कहा, लापता भारतीय सेना के जवानों की तलाश जारी है। इस बीच भारतीय सेना उत्तरी सिक्किम में फंसे नागरिकों और पर्यटकों को भोजन, चिकित्सा सहायता और संचार सुविधाओं का विस्तार करने में सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान तीस्ता बैराज के निचले इलाकों में केंद्रित है। सिंगताम के पास बुरडांग में घटना स्थल पर सेना के वाहनों को खोदकर निकाला जा रहा है और भंडार बरामद किया जा रहा है। रावत ने कहा, खोज अभियान में सहायता के लिए तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू की टीमों, ट्रैकर कुत्तों और विशेष राडार के रूप में अतिरिक्त संसाधन लाए गए हैं।
इस बीच, भारतीय सेना के त्रिशक्ति कोर के जवान लाचेन, चैटन, लाचुंग और चुंगथांग के क्षेत्रों में मौजूद १,४७१ पर्यटकों को पकड़ने में सक्षम रहे हैं। जैसे-जैसे मौसम की स्थिति में सुधार हो रहा है, सेना पहाड़ी राज्य में फंसे पर्यटकों को निकालने की योजना बना रही है। अधिकारी ने कहा, “मौसम में सुधार के साथ, हेलीकॉप्टरों द्वारा फंसे हुए पर्यटकों को निकालने का अवसर मिल सकता है। इसकी योजना राज्य सरकार, भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना द्वारा संयुक्त रूप से बनाई जा रही है। क्षति का आकलन करने और सड़क संपर्क की बहाली की योजना के लिए सभी एजेंसियों द्वारा सर्वेक्षण किया जा रहा है। वाहनों के आवागमन के लिए सिंगल लेन को साफ करने के साथ सिंगतम और बुरदांग के बीच सड़क संपर्क बहाल कर दिया गया है।
