द हेग, २८ सितंबर। नीदरलैंड की दो बार की विश्व चैंपियन एथलीट डाफने शिपर्स ने ३१ साल की उम्र में संन्यास की घोषणा की। हर एक खिलाड़ी के जीवन में एक ऐसा क्षण आता है जब उसे न चाहते हुए भी अपने करियर को अलविदा कहना पड़ता है।
ऐसा ही समय अब विश्व चैंपियन एथलीट डाफने शिपर्स के करियर में आया है। काफी समय से चोटों से जूझने के बाद उन्होंने ३१ साल की उम्र में संन्यास की घोषणा की।
शिपर्स के करियर का मुख्य आकर्षण बीजिंग में २०१५ विश्व चैंपियनशिप थी जब उन्होंने २०० मीटर में स्वर्ण और १०० मीटर में रजत पदक जीता था।
फिर, दो साल बाद लंदन में उन्होंने २०० मीटर में अपने खिताब का बचाव किया और १०० मीटर में तीसरे स्थान पर रहीं। शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने २०१६ के रियो ओलंपिक खेलों में २०० मीटर में रजत पदक जीता था।
शिपर्स के पास अभी भी २०१५ में बीजिंग में २१.६३ सेकंड के समय के साथ २०० मीटर में यूरोपीय रिकॉर्ड है।
हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में शिपर्स को कई चोटों का सामना करना पड़ा। उनका अभी भी पेरिस में २०२४ ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने का सपना था, लेकिन अब उन्हें एहसास हुआ कि सपना सच नहीं होगा तो उन्होंने इसे छोडऩे का फैसला किया।
शिपर्स ने कहा, मैंने अपने जीवन को पटरी से उतारकर आगे बढऩे और जो भी आगे आएगा उसे अपनाने का फैसला किया है, लेकिन आप सबके समर्थन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद कहे बिना नहीं। यह बिना किसी अफसोस के एक खास यात्रा रही है।
