लखनऊ ,३१ अगस्त। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर सत्तारूढ़ दल एनडीए या फिर विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल होने से मना किया है। साथ ही उन्होंने मीडिया से अपील करते हुए कहा कि नो फेक न्यूज प्लीज़।
बसपा सुप्रीमों मायावती ने सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से लिखा कि एनडीए व इंडिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं, जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लडऩे का सवाल ही पैदा नहीं होता। अत: मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज़।
उन्होंने आगे लिखा कि बीएसपी, विरोधियों के जुगाड/जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे/बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़कर उनकेे गठबंधन से सन २००६ की तरह अकेले आगामी लोकसभा तथा चार राज्यों में विधानसभा का आमचुनाव लड़ेगी। मीडिया बार-बार भ्रान्तियां न फैलाए।
मायावती ने कहा कि वैसे तो बीएसपी से गठबंधन के लिए यहां सभी आतुर हैं, किन्तु ऐसा न करने पर विपक्षी खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हैं। इनसे मिल जाएं तो सेक्युलर, न मिलें तो भाजपाई। यह घोर अनुचित तथा अंगूर मिल जाए तो ठीक वरना अंगूर खट्टे हैं, की कहावत जैसी है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, बीएसपी से निकाले जाने पर सहारनपुर के पूर्व विधायक कांग्रेस व उस पार्टी के शीर्ष नेताओं की प्रशंसा में व्यस्त हैं, इससे लोगों में यह सवाल स्वाभाविक है कि उन्होंने पहले यह पार्टी छोड़ी क्यों और फिर दूसरी पार्टी में गए ही क्यों? ऐसे लोगों पर जनता कैसे भरोसा करे?
