नई दिल्ली,२५ जून । कांग्रेस ने एक बार फिर मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया और भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र सरकार पर राज्य के लोगों को बुरी तरह निराश करने का आरोप लगाया। शनिवार को कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्विटर पर कहा, मणिपुर में आग लगने के ५२ दिन बाद गृह मंत्री ने आखिरकार आज दोपहर ३ बजे मणिपुर पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाना उचित समझा। इस बैठक की अध्यक्षता वास्तव में प्रधानमंत्री को करनी चाहिए थी, जो इतने समय तक चुप रहे। इसे इंफाल में राष्ट्रीय पीड़ा के प्रदर्शन के रूप में आयोजित किया जाना चाहिए था। भाजपा ने मणिपुर के लोगों को बुरी तरह निराश कर दिया है।
फिर भी, वह व्यक्ति जो २००२ और २०१७ के बीच तीन बार मुख्यमंत्री के रूप में मणिपुर को शांति और विकास के पथ पर वापस लाया, ओकराम इबोबी सिंहजी एचएम की बैठक में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करेंगे। उनके विशाल अनुभव को देखते हुए उनकी बात पूरी गंभीरता से सुनी जानी चाहिए।
उनकी यह टिप्पणी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शनिवार को मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से पहले आई ।
कांग्रेस जातीय हिंसा पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठा रही है, इसमें ३ मई को पहली बार भड़कने के बाद से अब तक १२० लोग मारे गए हैं, ४०० से अधिक घायल हुए हैं और लगभग ५०,६५० पुरुष, महिलाएं और बच्चे विस्थापित हुए हैं।



