नई दिल्ली ,११ अक्टूबर। भारत में त्योहारी सीजन के दौरान ५जी स्मार्टफोन शिपमेंट में ७०-७५ प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि देखने को मिल सकता है। मार्केट रिसर्च फर्म सीएमआर के मुताबिक, इस साल जुलाई तक (साल-दर-साल) देश में ५जी हैंडसेट शिपमेंट में ६५ फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई।
जहां वैल्यू-फॉर-मनी स्मार्टफोन (७,००० रुपये से २५,००० रुपये) में सालाना आधार पर ६१ प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, वहीं प्रीमियम ५जी स्मार्टफोन (२५,००० रुपये और उससे अधिक) में सालाना आधार पर ६८ प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
आंकड़ों से पता चलता है कि सैमसंग ने २५ प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ भारत में ५जी शिपमेंट का नेतृत्व किया, इसके बाद वीवो १४ प्रतिशत और वनप्लस १२ प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
इस साल देश में लगभग १५० ५जी स्मार्टफोन लॉन्च होने की उम्मीद है, जो पिछले साल (११२ लॉन्च) से ३४ प्रतिशत अधिक है।
२०२३ की दूसरी तिमाही में भारतीय स्मार्टफोन बाजार में ६ प्रतिशत (साल-दर-साल) की गिरावट आई, जबकि ५जी स्मार्टफोन शिपमेंट में ४५ प्रतिशत (साल-दर-साल) की वृद्धि हुई।
सीएमआर की एनालिस्ट-इंडस्ट्री इंटेलिजेंस ग्रुप शिप्रा सिन्हा के अनुसार, स्मार्टफोन शिपमेंट में समग्र गिरावट के बावजूद, ५जी स्मार्टफोन सेगमेंट ने ४७ प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी (२०२२ की दूसरी तिमाही में ३१ प्रतिशत से अधिक) पर कब्जा करते हुए आशाजनक प्रदर्शन किया।
लेटेस्ट एरिक्सन कंज्यूमर लैब रिपोर्ट के अनुसार, लगभग ३१ मिलियन भारतीय यूजर्स द्वारा २०२३ में ५जी फोन में अपग्रेड करने की उम्मीद है, जो देश में ५जी को आगे बढ़ाने के लिए एक विशाल अवसर का प्रतिनिधित्व करता है।
भारत में ५जी ने ४जी की तुलना में समग्र नेटवर्क सेटिस्फेक्शन को ३० प्रतिशत तक बढ़ा दिया है।
भारत में ५जी यूजर्स एचडी वीडियो स्ट्रीमिंग, वीडियो कॉलिंग सर्विस, मोबाइल गेमिंग और ऑगमेंटेड रियलिटी जैसे ऐप्स के साथ अपने हाई डेली इंगेजमेंट के लिए जाने जाते हैं।
