टोरंटो,०५ जून। श्रीगंगानगर का गैंगस्टर गोल्डी बराड़ पंजाब में सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद फिर चर्चा में है। वह कैनेडा में बैठकर गैंग ऑपरेट कर रहा है। पुलिस ने उसके ख़िलाफ़ लुकआउट नोटिस जारी करवाया है। गोल्डी लॉरेंस बिश्ननोई गैंग से जुड़ा हुआ है।
कैनेडा में छिपे गोल्डी बरार ने सिद्धू मूसे वाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है। वह भारत में १६ मामलों में वांछित है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ समय पहले गोल्डी बराड़़ को पकड़़ने और उसे श्रीगंगानगर लाने के लिए लुकआउट नोटिस जारी करवा दिया था। अब कनाडा गवर्नमेंट के लेवल पर उसे पकड़़ने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। वहां उसकी गिरफ़्तारी के बाद ही उसका भारत को प्रत्यर्पण किया जा सकेगा। सुरक्षा एजेंसियों रॉ, आईबी और एनआईए को भी पत्र लिखकर गोल्डी की देश विरोधी गतिविधियों के बारे में बताया गया है। इन एजेंसियों से आरोपी की गिरफ़्तारी में मदद मांगी गई है। पुलिस ने विदेश मंत्रालय, इंडियन एंबेसी, कनैडियन गवर्नमेंट और विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी से भी गोल्डी की गिरफ्तारी को लेकर संपर्क किया है।
बताया जा रहा है कि कैनेडा में गोल्डी की तलाश शुरू होने के बाद वह लगातार ठिकाने बदल रहा है। वह अपने मोबाइल नंबर भी लगातार बदल रहा है। कैनेडियन पुलिस ने उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी लेकिन वह नहीं मिला। अब पुलिस ने कैनेडा में रहने वाले उसके दोस्तों और नज़दीकी लोगों की लिस्ट तैयार की है।
सिद्धू की हत्या के बाद कुछ लोग कैनेडा से संचालित होने वाली आपराधिक तथा भारत विरोधी गतिविधियों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि सिद्धू मूसे वाला की हत्या कराने वाला गैंगस्टर कैनेडा में है। पिछले साल जब किसानों का आंदोलन हुआ था तब भी कैनेडा से इसका संचालन किया जा रहा था। यही नहीं, पंजाब को भारत से अलग करने के लिए शुरू किया गया ख़ालिस्तान आंदोलन भी कैनेडा से संचालित होता है। इस पूरी कहानी के केंद्र में एक देश है और वह है कैनेडा। लोगों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाओं से कैनेडा का नाम बदनाम हो रहा है तथा उसकी छवि अलगाववाद को बढ़ावा देने वाले लोगों को शरण देने वाली बनती जा रही है। कैनेडियन सरकार को इस संबंध में सख़्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि उनके देश की छवि बेहतर हो सके।
