नई दिल्ली। ‘वीरो’ यानी विराट और रोहित की जोड़ी। यह जोड़ी वीरों की तरह बैटिंग कर रही है। तभी तो वेस्ट इंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा भी मान रहे हैं कि इस जोड़ी सामने तो 400 रन का टारगेट भी कम था। भारत ने अपने कप्तान विराट कोहली (140) और ओपनर रोहित शर्मा (152*) की आतिशी सेंचुरी की बदौलत वेस्ट इंडीज के खिलाफ पहले वनडे में 47 गेंद बाकी रहते 323 का टारगेट हासिल किया। एक क्रिकेट वेबसाइट पर एक्सपर्ट के तौर पर मैच का विश्लेषण करते हुए लारा ने कहा, ‘वेस्ट इंडीज ने बैटिंग के बाद सोचा होगा कि 322 का स्कोर कम नहीं है। इससे भारतीय टीम पर दबाव बनाया जा सकता है लेकिन मेरा विचार है कि जिन बल्लेबाजों ने अच्छी बैटिंग की उनको टिके रहना चाहिए था।’
उन्होंने कहा, ‘शिमरॉन हेटमेयर को क्रीज पर बने रहना चाहिए था जबकि वह सेंचुरी के तुरंत बाद आउट हो गए। कायरन पॉवेल को भी हाफ सेंचुरी के बाद टिके रहते हुए टीम को 400 के स्कोर के आसपास ले जाना चाहिए था। हालांकि, इसके बावजूद वेस्ट इंडीज की जीत की गारंटी नहीं है। मेरा मानना है कि उसके बाद भी 50-50 की स्थिति थी।’ लारा ने कहा कि शिखर धवन के जल्दी आउट होने के बाद वेस्ट इंडीज के बोलर्स को रोहित और विराट की साझेदारी को जल्द से जल्द तोड़ना चाहिए था जिसमें वे नाकाम रहे। लारा के मुताबिक पिच बैटिंग फ्रेंडली थी। उन्होंने कहा, ‘भारत के पहले तीन बैट्समैन काफी अनुभवी हैं। शिखर के जल्दी आउट होने के बाद रोहित और विराट ने 246 रन की पार्टनरशिप दूसरे विकेट के लिए की जिसने भारत की जीत तय कर दी। विराट का विकेट गिरने तक काफी देर हो चुकी थी।’ लारा के मुताबिक वेस्ट इंडीज को यह पता चल गया होगा कि भारत की टीम उनसे कितनी बेहतर है। ब्रायन ने कहा, ‘दूसरे वनडे में वेस्ट इंडीज को अपनी बैटिंग और बोलिंग दोनों में ही सुधार करना होगा। विशाखापत्तनम में हो सकता है कि ऐसी पिच न मिले जहां पर 350 रन बने। हालांकि उन्हें रन बनाने के हर मौके का फायदा उठाना होगा और ऐसा स्कोर बोर्ड पर टांगना होगा जिससे भारत को चैलेंज दिया जा सका।’
इस दिग्गज ने कहा कि बोलिंग में भी टीम को काफी सुधार की जरूरत है। हालांकि मालूम नहीं कि इससे टीम को जीत मिलेगी या नहीं। रोहित शर्मा ने इस मैच में 152 रन की शानदार पारी खेली। रोहित की वनडे मैचों में यह 20वीं सेंचुरी थी और वह ऐसा करने वाले भारत के चौथे और दुनिया के कुल 13वें खिलाड़ी बने।