टोरंटो। कैनेडा की डिप्टी मिनिस्टर ऑफ नेशनल डिफेंस का कहना है कि अपने रैंकों में सेक्सुअल मिस्कंडक्ट को समाप्त करने के लिए सेना का अभियान अपने रास्ते से भटक गया है क्योंकि सरकार छह साल पहले इस मुद्दे पर एक ऐतिहासिक रिपोर्ट की सिफारिशों को ठीक से लागू करने में विफल रही। जोडी थॉमस ने कहा कि वह 2015 में राष्ट्रीय रक्षा विभाग के लिए काम नहीं कर रही थीं, जब सुप्रीम कोर्ट की पूर्व न्यायाधीश मैरी डेसचैम्प्स द्वारा यौन दुराचार पर एक तीखी रिपोर्ट जारी की गई थी। लेकिन थॉमस ने कहा कि उनका “अवलोकन” यह है कि डेसचैम्प्स की रिपोर्ट को एक चेकलिस्ट की तरह माना गया था। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसे वास्तव में लागू नहीं किया और कहीं ना कहीं लगता है कि ऐसा कुछ है जिसे सेना कहने से कतराती है। थॉमस की टिप्पणी सेना द्वारा पिछले महीने संसद को बताई गई बातों के बिल्कुल विपरीत है। डायरेक्टर जनरल ऑफ प्रोफेशनल मिलिट्री कंडक्ट, ब्रिगेडियर जनरल एंड्रयू एथरटन ने आर्म्ड फोर्सेस में सेक्सुअल मिस्कंडक्ट की जांच कर रहे सांसदों से कहा कि डेसचैम्प्स रिपोर्ट की सभी सिफारिशें पूरी हो गई हैं। फेडरल गवर्नमेंट ने सुप्रीम कोर्ट के एक अन्य पूर्व जज, लुईस आर्बर को डेसचैम्प्स रिपोर्ट पर काम करने और सेना की चेन ऑफ कमांड के बाहर एक रिपोर्टिंग सिस्टम को इंप्लीमेंट करने का काम सौंपा है।
