नई दिल्ली। कर्नाटक की राजनीति में जुमलेबाजी इनदिनों शब्दों के युद्ध में बदल गई है। कर्नाटक में जिस दिन से जेडीएस और कांग्रेस की सरकार बनी है तभी से भाजपा और कांग्रेस के नेताओं में वाद-विवाद प्रतियोगिता चल रही है। अब जब यह शब्दों का प्रहार बढ़ रहा है तब मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि मैंने अपने लोगों से कहा है कि प्रदेश भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की पार्टी हमारी सरकार को अस्थिर करने में लगी है। एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि भाजपा लगातार गलत पैसों का उपयोग कर मेरी सरकार को अस्थिर करने में लगी हुई है। परेशान दिख रहे कुमारस्वामी अपने पैतृक जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही लगातार चलता रहा तो मैं अपने लोगों से कहना चाहता हूं कि वह भाजपा के खिलाफ विद्रोह कर दें। मैं चुप नहीं बैठने वाला हूं। क्या उन्हें लगता है कि सिर्फ उन्हें ही राजनीति करनी आती है। मुझे भी ऐसे मामलों को संभालना आता है।
भाजपा अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा और प्रदेश के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के बीच लगातार जुबानी जंग चल रही है। इनमें शब्दों के हथौड़े चल रहे हैं। मजेदार बात ये है कि जब जब येदियुरप्पा कुमारस्वामी के खिलाफ कुछ कहते हैं मुख्यमंत्री उनका जवाब देते हैं। कुमारस्वामी ने कहा कि येदियुरप्पा मेरे खिलाफ लगातार मेरे खिलाफ बोल रहे हैं। येदियुरप्पा ने मुझे और मेरे पिता को राज्य के खजाने का चोर बताया है। मैं यह पूछना चाहता हूं कि मैंने और मेरे पिता ने किस तरह का पैसा चुराया है। क्या उनके पास इसका कोई सबूत है। मैंने और मेरे परिवार ने कभी भी राज्य के पैसे की चोरी नहीं की है। राज्य सरकार को परसेंटेज प्रणाली देने वाले येदियुरप्पा और उसका परिवार ही है। फिर येदियुरप्पा जवाब देते हैं जिसमें वह कहते हैं कि तुम मेरे पर चलाए जा रहे केस और घोटालों की बात कर रहे हो। क्या तुम्हारे उपर ऐसे आरोप नहीं लगे हैं। तुम अपने केस को छुपाने की कोशिश कर रहे हो। फिर उन्होंने पीडब्ल्यूडी विभाग और इरीगेशन विभाग के घोटालों की बात की जिसमें 8 से 10 फीसदी घूस की मांग की जाती है।
फिर कुमारस्वामी ने जवाब दिया कि वह परसेंटेज सिस्टम की बात कर रहे हैं। सरकार में काम कराने के लिए 8 से 10 फीसदी तक घूस देना पड़ता है। पुन्यथामा और उनके बेटे पिथरु येदियुरप्पा के समय में ही यह सिस्टम लेकर आए थे। सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा था। कुमारस्वामी ने येदियुरप्पा को अपनी जुबान पर लगाम लगाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि वह शीशे के घर में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा बूढ़े हो चुके हैं और उन्हें अपनी उम्र के हिसाब से थोड़ा संजीदा होना चाहिए। फिर येदियुरप्पा जवाब देते हुए कहते हैं कि शिवराम कारंथ के मामले में उन्हें थोड़ा शोध करना चाहिए कि वह किसकी सरकार में था। ये शब्दों की बयानबाजी यहीं खत्म नहीं हुई उसके बाद कुमारस्वामी ने कहा कि पिछली बार येदियुरप्पा ने कहा था कि वह हमें जेल भेजेंगे।लेकिन वह जेल गए। लेकिन आज उन्होंने कहा कि जल संसाधन मंत्री डीके शिवकुमार आने वाले एक दो दिन में जेल जाने वाले हैं। तब तक मैं मरीज हूं और उनके शब्दों को बरदाश्त कर रहा हूं। लेकिन अगर वह मुझे उकसाते रहे तो मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि मैं क्या करूंगा। मेरे पास भी सरकार की शक्ति है। इसके जवाब में येदियुरप्पा ने कहा कि अगर उनके पास राज्य सरकार है तो मेरे पास नरेंद्र मोदी की सरकार है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि वह मेरी सहायता करेगी। मैं आपको बता देना चाहता हूं कि मैं उनकी धमकियों से डरने वाला नहीं हूं। सच्चाई कभी छुपती नहीं है और चेहरा सबके सामने आ जाता है।