नई दिल्ली,23 अगस्त। ‘पीरफेनिडोन’ से दिल के रोगियों का इलाज भी किया जा सकेगा। इस दवा को सांस की समस्या के इलाज के लिए तैयार किया गया था। वैज्ञानिक भाषा में इस समस्या को इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस कहते हैं। ऐसी स्थिति में फेफड़ों में छोटे-छोटे धब्बे बनने के कारण सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। कोविड इंफेक्शन के मरीजों के लिए किया गया। हालिया रिसर्च में यह सामने आया है कि पीरफेनिडोन हार्ट फेल के मरीजों के लिए भी असरदार है। यह दावा मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट के वैज्ञानिकों ने किया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, हार्ट मसल्ट के डैमेज होने या इनमें फाइब्रोसिस होने पर हार्ट फेल का खतरा बढ़ता है। रिसर्च में सामने आया है कि पीरफेनिडोन दवा इसी प्रोसेस को धीमा करने का काम करती है। स्कैन रिपोर्ट से पता चला है कि ट्रायल के दौरान मरीजों में हार्ट की मसल्स को होने वाला डैमेज पूरी तरह से तो नहीं रुका लेकिन यह प्रक्रिया वाकई में धीमी हो गई। इसे समझने के लिए पहले ये जानना जरूरी है कि हार्ट फेल होने पर होता क्या है। पूरे शरीर में ब्लड को एक खास तरह के दबाव के साथ पहुंचाया जाता है। यह दबाव हार्ट के द्वारा ही पैदा किया जाता है। हार्ट फेल होने की स्थिति में हृदय ब्लड को पंप करना बंद कर देता है। आमतौर पर ऐसा तब होता है जब हार्ट से जुड़ी मसल्स काफी कमजोर हो जाती हैं या अकड़ जाती हैं। इन मसल्स को ही कार्डियक मसल्स कहते हैं।
