बैंकाक,१९ मार्च। थाईलैंड में एक पुजारी ने अचानक खरीदी गई लॉटरी में चार करोड़ की राशि जीत ली। लेकिन जीती गई रकम अपने लिए ना रख कर उसने यह राशि दान कर दी। उसके इस कदम की सभी लोग प्रशंसा कर रहे हैं।
थाईलैंड में रहने वाले फ्रा क्रू फनोम एक मंदिर के सेक्रेटरी हैं। एक दिन वह जब मंदिर में पूजा कर रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर पास के एक बोर्ड पर पड़ी, जिस पर ६०५ लिखा था। पुजारी को यह भगवान का इशारा लगा। उन्होंने इसे एक संकेत मानते हुए ६०५ नंबर का एक लॉटरी टिकट खरीदने का निश्चय किया।
पुजारी फनोम ने इसके पश्चात अपने रिश्तेदारों तथा कई लॉटरी टिकट विक्रेताओं से संपर्क किया और ६०५ नंबर का लॉटरी टिकट खरीदना चाहा लेकिन अधिकतर ने उन्हें मना कर दिया। हालांकि इसके बाद खुद ही एक टिकट बेचने वाला शख्स उसके पास आया और उससे टिकट खरीदने की अपील करने लगा। पुजारी को ६०५ नंबर का टिकट चाहिए था, लेकिन बेचने वाले के पास ९०५ नंबर का टिकट था। मजबूरी में पुजारी ने वही टिकट खरीद लिया।
पुजारी को कुछ दिन बाद पता चला कि उसने चार करोड़़ की बंपर लॉटरी जीत ली है। इतने पैसे पाकर वह खुश हो गए। हालांकि बौद्ध भिक्षु ने इसके बाद जो कदम उठाया वह चौकाने वाला था। उन्होंने लॉटरी में जीते अधिकांश रुपयों को सोसाइटी की मदद के लिए भेज दिया। इसके अलावा उन्होंने हर बौद्ध भिक्षु को भी थोड़े थोड़े पैसे बांट दिए। पुजारी ने मंदिर में काम करने वाले मजदूरों को भी पैसे दान किए। बौद्ध भिक्षु की दरियादिली को देखकर लोग काफी प्रशंसा कर रहे हैं।
