नई दिल्ली ,23 नवंबर । बालाकोट एयरस्ट्राइक के अगले दिन पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराने वाले अभिनन्दन वर्धमान को आज वीर चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें इस सम्मान से नवाजा। बालाकोट एयरस्ट्राइक के समय अभिनंदन वायुसेना में विंग कमांडर थे और उन्होंने पाकिस्तान के स्न-16 को मार गिराया था। इसके बाद उन्हें ग्रुप कैप्टन बना दिया गया था।
इसके साथ ही पुलवामा में पांच आतंकवादियों को मौत के घाट उतारने वाले शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। दिल्ली में आयोजित अलंकरण समारोह में उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट नितिका कौल और मां ने राष्ट्रपति से पुरस्कार ग्रहण किया।
14 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा में काफिले पर फिदायीन हमला किया था। इस हमले में भारत के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय वायुसेना ने 26-27 फरवरी की रात पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी। भारत के इस हवाई हमले में पाकिस्तान में बैठे 300 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे।
एयरस्ट्राइक के अगले दिन 27 फरवरी को पाकिस्तान की वायुसेना ने भारत में घुसने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायुसेना ने उसे खदेड़ दिया। तत्कालीन विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान उस समय एमआईजी-21 उड़ा रहे थे। उन्होंने उसी विमान से पाकिस्तान के एफ-16 को मार गिराया था। हालांकि बाद में अभिनंदन का विमान पाकिस्तान की सीमा में क्रैश हो गया, जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उन्हें बंदी बना लिया। भारत के दबाव में पाकिस्तान ने करीब 60 घंटे बाद अभिनंदन को छोड़ा था।
अभिनंदन ने एमआईजी-21 से एफ-16 को मार गिराया था। इससे दुनियाभर में उनकी तारीफ हुई थी। इसका कारण ये था कि एफ-16 बहुत ही एडवांस्ड लड़ाकू विमान था, जिसे अमेरिका ने बनाया था, जबकि एमआईजी-21 रूस का बनाया 60 साल पुराना विमान था। भारत ने 1970 के दशक में रूस से एमआईजी-21 को खरीदा था।
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