नई दिल्ली। एशिया कप में इन दिनों अफगानिस्तान की टीम शानदार क्रिकेट खेल रही है। ग्रुप स्टेज में अजेय रहने के बाद जब सुपर 4 मुकाबले में अफगानिस्तान की टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेला, तो इस मैच का फैसला भी अंतिम ओवर में जाकर हुआ। पाकिस्तान को अंतिम ओवर में जीत के लिए 10 रन चाहिए थे और अफगानिस्तान ने 10 रन बचाने की यह जिम्मेदारी युवा गेंदबाज आफताब आलम को सौंपी। आफताब के सामने पाकिस्तान की टीम में मौजूद सबसे अनुभवी बल्लेबाज शोएब मलिक थे और उन्होंने अंतिम क्षणों में अपना सारा अनुभव झोंकते हुए पाकिस्तान को जीत दिला दी। इस मैच से पहले अफगानिस्तान की टीम टूर्नमेंट में अजेय थी और मैच के अंतिम ओवर में भी वह ही फेवरिट नजर आ रही थी। लेकिन शोएब मलिक द्वारा सूझबूझ के साथ खेली गई नाबाद 51 रनों की पारी ने अफगानिस्तान को हरा दिया। अफगानिस्तान की टीम ने पाकिस्तान को 258 रन का लक्ष्य दिया था। इस लक्ष्य को पाकिस्तान ने 49.3 ओवर में अपने 7 विकेट गंवाकर हासिल किया। मैच के परिणाम के बाद अफगानिस्तान की टीम सभी का दिल जीत चुकी थी। लेकिन अंतिम ओवर फेंक रहे आफताब आलम ने खुद को इस हार का कारण मान लिया और वह मैदान पर ही फूट-फूटकर रोने लगे। मैच के बाद शोएब मलिक ने यहां खेल भावना का परिचय देते हुए अफगानिस्तान के इस युवा खिलाड़ी को ढांढस बंधाते दिखे। रोते-रोते जब आलम जमीन पर बैठ गए, तो मलिक भी उनके पास जा पहुंचे और उन्हें उन्होंने कुछ शब्द कहे। शायद मलिक यही बता रहे होंगे कि दोस्त दिल छोटा न करो मैच में जीत हार खेल का हिस्सा हैं। आप शानदार खेले और आप हारकर भी प्रशंसा के हकदार हैं। मलिक की इस खेल भावना की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है। लोगों ने टि्वटर पर शोएब मलिक की इस खेल भावना वाला विडियो जारी किया है। सभी मलिक के इस प्रयास की तारीफ कर रहे हैं। शोएब मलिक ने यह बताने की कोशिश की है कि आखिर क्यों क्रिकेट को जेंटलमैन गेम माना जाता है।
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