कोपनहेगन ,६ मई । डेनमार्क में नॉर्डिक देशों के प्रधानमंत्रियों ने एक स्वर में रूस के हमले की निंदा की। नॉर्डिक देशों के इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल हुए। यह दूसरा भारत-नॉर्डिक सम्मेलन था। इन देशों में नॉर्वे, स्वीडन, आइसलैंड, फिनलैंड और डेनमार्क शामिल हैं। सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प लिया कि नॉर्डिक देशों और भारत के बीच आपसी सहयोक का संबंध जारी रहेगा। इसके बाद इस सम्मेलन में वैश्विक शांति और सुरक्षा को लेकर बातचीत हुई। प्रमुख मुद्दों में यूक्रेन संकट, मल्टीलैटरल कोऑपरेशन, ग्रीन ट्रांजिशन और क्लाइमेट चेंज के साथ ब्लू इकॉनमी शामल था।
प्रधानमंत्रियों ने सस्टेनेबल डिवेलपमेंट के गोल हासिल करने के लिए फ्री ट्रेड की वकालत की। संयुक्त बयान में प्रधानमंत्रियों ने यूक्रेन पर रूस के हमले की जमकर निंदा की। बयान के मुताबिक उन्होंने यूक्रेन में मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर रूस की निंदा की। उन्होंने कहा कि वहा्ं के लोगों को मदद की सख्त जरूरत है।
प्रधानमंत्रियों के बीच यूक्रेन युद्ध की वजह से पैदा होती वैश्विक अस्थिरता को लेकर भी चर्चा हुई। भारत और नॉर्डिक देशों ने आपस में जुड़े रहने और इन मुद्दों का हल निकालने की प्रतिबद्धता जताई। सभी इस बात पर सहमत थे कि क्लाइमेट चेंज, कोविड १९ महामारी, जैवविविधता का नुकसान और बढ़ती एनर्जी और खाद्य सामग्री की असुरक्षा को लेकर सबको मिलकर प्रयास करना होगा।