नई दिल्ली, 27जून। उत्तर प्रदेश के धर्मांतरण मामले में आरोपियों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने अब एनआईए को जांच के आदेश दिए हैं। 8 राज्यों में फैले धर्मांतरण केस की जांच में यूपी एटीएस ने एनआईए को सौंप दी है। जांच एजेंसी ने यूपी एटीएस से धर्मांतरण केस की पूरी रिपोर्ट मांगी है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की 2 यूनिट पूरे केस की जांच के लिए लगाई जा सकती हैं।
अब धर्मांतरण केस की जांच एनआईए की दिल्ली और यूपी यूनिट करेगी। केस को सौंपने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए कागजी कार्यवाही शुरू कर दी गई है। अब यूपी एटीएस की जगह एनआईए पूरे मामले की पड़ताल शुरू कर सकती है।
धर्मांतरण केस में इससे पहले यूपी एंटी टेरर स्क्वॉड (एटीएस) टीम, इस्लामिक दावा सेंटर से मिले दस्तावेजों के आधार पर 7 राज्यों में जांच करने वाली थी। लेकिन अब मणिपुर, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल, झारखंड, मध्य प्रदेश और बिहार में एनआईए की टीम जांच शुरू कर सकती है। धर्मांतरण केस से जुड़ी सभी घटनाओं की जांच पड़ताल एनआईए करेगी।
यूपी के नोएडा में धर्मांतरण केस का जब खुलासा हुआ, तो यह सामने आया था कि मूक-बधिर बच्चों और महिलाओं का धर्म परिवर्तन कराया गया है। वहीं कुछ लोगों पर दबाव डालकर व डरा-धमकाकर भी धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया था।
यूपी के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने खुलासे के बाद कहा था कि बीते एक साल में 100 से ज्यादा लोगों का गैरकानूनी तरीके से धर्मांतरण कराया गया था। इस केस में विदेशी फंडिंग की बात भी सामने आई थी। जिसके बाद से ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य मामलों की जांच में जुटा है। उक्त आदेश के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि इस केस में शामिल फंडिंग के सोर्स की जानकारी सामने आ सकते हैं।
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