भारत: 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर लालकिले पर हुई हिंसा और खालिस्तानी झंडा फहराने का मामला दुनियाभर की मीडिया में छाया रहा । भारत में भी जहां इसकी चारों ओर आलोचना हो रही है, वहीं दुनियाभर की मीडिया ने इस मामले को खूब तूल दिया । दुनियाभर के अखबारों और न्यूज एजेंसियों पर नजर डालें तो सभी ने अपने अपने तरीके से तीखी प्रतिक्रिया दी है।
कैनेडाई अखबार द स्टार ने लिखा है कि मोदी को चुनौती देते हुए नाराज किसान दिल्ली के लाल किले में घुसे । इसके अलावा अखबार ने एपी के हवाले से इस खबर को छापा है ।
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड ने लिखा है कि हजारों की संख्या में किसान लालकिले की उस प्राचीर तक पहुंच गए, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधन किया था । वहीं कुछ लोगों के बयान भी प्रकाशित किए गए हैं ।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य परेड देख रहे थे, वहीं कुछ मील की दूरी पर अफरा तफरी का माहौल था । लोगों के हाथों में नंगी तलवारे, खंजर, कुल्हाड़ी जैसे खतरनाक हथियार थे। इसके आगे कुछ लोगों के बयान भी प्रकाशित किए ।
पाकिस्तान के अखबार द डॉन ने लिखा है कि प्रदर्शनकारियों ने लालकिले की एक प्राचीर पर खालिस्तानी झंडा लगा दिया । प्रदर्शनकारी लंबे समय से दिल्ली के आसपास डेरा डाले हुए हैं । प्रधानमंत्री मोदी के सामने प्रधानमंत्री बनने के बाद से अब तक यह सबसे बड़ी चुनौती है ।
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