नई दिल्ली , 9 नवंबर। दीवाली के बाद विश्वकर्मा दिन मनाया जाता है। इस मौके किरत देवता भगवान श्री विश्वकर्मा जी की पूजा की जाती है। इस पवित्र दिन के मौके पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी फगवाड़ा में स्थित श्री विश्वकर्मा मंदिर में नतमस्तक होने पहुंचे। चरणजीत सिंह चन्नी ने विश्वकर्मा मंदिर के लिए 2 करोड़ का अनुदान देने का ऐलान भी किया। यहां यह भी बताने योग्य है कि बाबा विश्वकर्मा को ‘काम का देवता ’ कहा जाता है। महाभारत और पुराणों में भी देवताओं का ‘मुख्य इंजीनियर ’ भी बताया है। माना जाता है कि ‘सोने की लंका’ का निर्माण भी विश्वकर्मा ने ही किया था। विश्वकर्मा देवताओं के मकान ही नहीं, बल्कि उनकी तरफ से इस्तेमाल किए जाते शस्त्र और अस्तर भी यही बनाते है। स्थापत्य उपवेद जिसमें दस्तकारी के हुनर बताए हैं, वह विश्वकर्मा का ही रचा हुआ है। महाभारत में इसकी बाबत को इस तरह लिखा है, ‘देवताओँ का पत, गहने घड़ने वाला, बढ़िया कारीगर, जिसने देवताओं के रथ बनाए है, जिसके हुनर पर पृथ्वी खड़ी है।



