चेन्नै। बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव एच. राजा ने अपने द्वारा कोर्ट के खिलाफ किए गए अपमानजनक टिप्पणी के लिए मद्रास हाई कोर्ट से माफी मांग ली है। दरअसल, सितंबर महीने में राज्य के पुडुकोट्टि में गणेश चतुर्थी के जुलूस मार्ग पर एच राजा एक पुलिसकर्मी से भिड़ गए थे। उन्होंने पुलिसकर्मी को हिंदू विरोधी और भ्रष्ट तक कह दिया था। इस दौरान इस मार्ग पर जुलूस के लिए प्रवेश न मिलने पर बीजेपी नेता ने मद्रास हाई कोर्ट का भी अपमान किया था। पुडुकोट्टि में गणपति पूजन की शोभा यात्रा निकल रही थी। यहां बीजेपी नेता एच. राजा गणेश चतुर्थी के जुलूस में शामिल थे। बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव एच राजा सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील पुडुकोट्टि जिले से गणेश चतुर्थी जुलूस ले जाना चाहते थे। पर, पुलिस ने इसके लिए उन्हें अनुमति नहीं दी। इसके बाद राजा ने प्रवेश न मिलने पर मद्रास हाई कोर्ट का भी अपमान किया था। राजा ने कोर्ट के खिलाफ टिप्पणी की थी।
बताया गया कि इस दौरान यात्रा मार्ग में एक पुलिसवाले से भी उनकी बहस हो गई। बीजेपी नेता ने पुलिसवाले को बहस के दौरान हिंदू विरोधी बता दिया। राजा ने कहा, ‘तुम हिंदू विरोधी और भ्रष्ट हो।’ इधर, अब एच.राजा ने इस मामले में हाई कोर्ट से मांफी मांग ली है। बता दें कि एच राजा कई बार विवादों में रहे हैं। त्रिपुरा विधानसभा चुनावों के दौरान भी एच राजा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति गिराए जाने को सही ठहराया था। राजा ने लिखा था, ‘लेनिन कौन हैं? उनके और भारत के बीच क्या संबंध है? कम्युनिज्म और भारत का क्या संबंध है? त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति गिरा दी गई। आज यह त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति है, कल यह कट्टरपंथी ईवी रामास्वामी की मूर्ति होगी।’ हालांकि पार्टी ने इसे राजा का व्यक्तिगत मत बताते हुए इससे किनारा कर लिया था और राजा ने भी बाद में यह पोस्ट हटा दी थी।