हरिद्वार। एक ओर कोरोना का संकट डरा रहा हे, उधर दूसरी और सोमवार को कुभ का दूसरा शाही स्नान रहा। शाही स्नान से पहले हरकी पैड़ी पर लाखों की भीड़ पहुंची। हालांकि इस भीड़ में कोविड नियम खूब टूटते दिखे। पुलिस भी गाइडलाइन का पालन कराने में मजबूर नजर आई। पुलिस का कहना है कि भारी भीड़ को देखते हुए यहां घाट पर सामाजिक दूरी जैसे नियम का पालन करा पाना नामुमकिन है। कुम्भ में सुबह 11 बजे से पहले निरंजनी व जूना अखाड़ा के सन्तों ने शाही स्नान कर लिया था। दोनों अखाड़े अलनी पेशवाई के साथ ब्रह्मकुंड में स्नान को पहुंचे थे। सबसे पहले निरंजनी में आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी, साथ में नेपाल के राजा ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह देव, श्रीमहंत रविंद्र पुरी समेत अन्य सन्तो ने स्नान किया। जूना अखाड़ा के साथ अग्नि और आह्वान में सबसे ज्यादा नागा सन्यासी उमड़े हैं। नागा सन्यासी तलवार और फरसों के साथ करतब करते हुए शाही स्नान के लिए हर की पैड़ी पर पहुंचे। हर की पैड़ी पर अन्य घाटो पर श्रद्धालु स्नान कर रहे है। मेला प्रशाशन के अनुसार, 17 लाख 31 हजार श्रद्धालुओं ने 10 बजे तक हरिद्वार कुम्भ मेला एरिया में स्नान कर लिया है।
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