नई दिल्ली। पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकी हमले के 6 दिनों बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने एफआईआर दर्ज कर ली है। एजेंसी ने एफआईआर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और उसके सरगना मसूद अजहर का नाम भी शामिल किया है। हमले के बाद जैश ने एक विडियो जारी कर इस अटैक की जिम्मेदारी ली थी। ऐसे में यह अपने आप में जैश की संलिप्तता का एक सबूत भी है। सूत्रों का कहना है कि एनआईए के पास प्रथमदृष्ट्या इस बात के काफी सबूत हैं कि हमले की साजिश पाकिस्तान में बैठकर मसूद अजहर ने रची। धमाका करने वाले और उससे जुड़े लोगों के नाम पाकिस्तान और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ रहे हैं। एजेंसी की योजना यह है कि अजहर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के जरिए पाकिस्तान पर दबाव बनाया जाए।
पठानकोट में वायुसेना बेस, संसद हमले और जम्मू-कश्मीर विधानसभा में अटैक के बाद भी इंटरपोल की ओर से अजहर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए जा चुके हैं। अब एक बार फिर से भारतीय एजेंसियां अजहर की गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाएंगी। पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी ने अब तक इन नोटिसों को मान्यता नहीं दी है। सरकारी अधिकारियों ने बताया कि इस मसले को इंटरपोल के मुख्यालय में उठाया जाएगा, जिसका पाकिस्तान भी सदस्य है। पाकिस्तान अब तक किसी भी आतंकी को गिरफ्तार करने से इनकार करता रहा है, भले ही वह अजहर हो, लश्कर का चीफ हाफिज सईद हो या फिर हिजबुल मुजाहिदीन का सरगना सैयद सलाहुद्दीन और दाऊद इब्राहिम।
