नई दिल्ली। सत्येंद्र जैन ने होटल मालिक की अभी तक गिरफ्तारी न हो पाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत आश्चर्य की बात है कि होटल का मालिक अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है, ऐसा लगता है कि वह किसी राजनीतिक पार्टी से संबंध रखता है। शायद वह बीजेपी से संबंद्ध रखता है इसीलिए उसकी अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इसके साथ ही उन्होंने ये बताया कि अभी मजिस्ट्रेट जांच चल रही है। इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। सत्येंद्र जैन ने कहा कि अर्पित होटल में आग लगने के काफी देर बाद दमकल विभाग को सूचना मिली। अगर सही समय पर विभाग को पता चल जाता तो हादसा इतना बड़ा न होता। सत्येंद्र जैन के इस बयान पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी हैरानी जताई है। उन्हें ट्वीट कर इसे चौंकाने वाला बताया है।
दिल्ली सरकार ने करोल बाग के होटल अर्पित पैलेस में आग लगने की घटना के बाद सख्त कदम उठाया है। सरकार ने इलाके के 30 होटलों के फायर अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) को रद्द कर दिया है। साथ ही एमसीडी से संबंधित होटलों को सील करने के लिए कहा है। दिल्ली सरकार के गृहमंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को बताया कि अर्पित होटल का अग्निकांड पूरी दिल्ली के लिए सबक है। भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने के लिए सरकार ने करोल बाग के होटलों की जांच कराई। 13 फरवरी को दस्ते ने 23 होटलों की जांच की। इसमें से 13 होटल मानकों पर खरे नहीं उतरे। सरकार ने इनकी फायर एनओसी रद्द कर दी, जबकि अगले दिन 14 फरवरी को 22 होटलों में से 17 में गड़बड़ियां मिलीं। इनकी एनओसी भी रद्द कर दी गई है। जांच अभियान अभी करोल बाग में चल रहा है। आने वाले दिनों में पूरी दिल्ली के होटलों की जांच होगी। सत्येंद्र जैन के मुताबिक, जिन होटलों की फायर एनओसी रद्द की गई है, वह अब आगे इसे नहीं चला सकेंगे। इन्हें सील करने के लिए एमसीडी को पत्र लिखा गया है। सरकार आगे भी इन पर हुई कार्रवाई पर नजर रखेगी। सत्येंद्र जैन का कहना है कि सरकार एनओसी के नियमों में बदलाव करने जा रही है। अगले सप्ताह इस पर रिपोर्ट तैयार होगी। इसके तहत होटल के गलियारों में लकड़ी और प्लास्टिक शीट पर सख्त रोक लगेगी।
