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अमेरिका सहित दुनिया भर में कोरोना का कहर जारी

वाशिंगटन,20 सितंबर। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सबसे शक्तिशाली और साधन संपन्न देश अमेरिका में बेहद खराब हालात देखने को मिल रहे हैं। अमेरिका में संक्रमण के दैनिक मामलों में गिरावट आने के बावजूद प्रतिदिन औसतन 2,000 मौतें हो रही हैं और संक्रमण के 99 फीसदी मामलों में वायरस का डेल्टा वैरिएंट ही मिल रहा है। यही नहीं रूस और ब्राजील भी कोरोना महामारी की मार से बुरी तरह प्रभावित हैं।
एक प्रमुख अमेरिकी अखबार के मुताबिक शनिवार को अमेरिका में मौतों का सात दिनों का औसत 2,012 तक पहुंच गया जब शुक्रवार को देश में 2,579 मौतें दर्ज की गईं। 13 सितंबर को कोरोना के दैनिक नए मामलों का आंकड़ा 2.85 लाख तक पहुंच गया था लेकिन उसके बाद से उसमें कमी आई है और शुक्रवार को देश में 1.65 लाख नए मामले दर्ज किए गए।
सेंटर्स फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने शनिवार चेतावनी देते हुए कहा कि देश में बच्चों की अस्पताल में भर्ती होने की दर बढ़ रही है। देश के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डा. एंथनी फासी ने कहा, ‘अब अस्पतालों में ज्यादा बच्चे आ रहे हैं क्योंकि डेल्टा वैरिएंट बड़ों-बच्चों सभी में ज्यादा तेजी से फैलता है।’ वहीं एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक एरिजोना में शनिवार को कोरोना संक्रमण से 108 लोगों की मौत हुई जबकि 2,742 नए मामले सामने आए। एरिजोना में अब तक 19,487 लोगों की महामारी से मौत हो गई है।
अलबामा राज्य के इतिहास में पहली बार पिछले साल जन्म से ज्यादा मौतें दर्ज की गईं। राज्य के स्वास्थ्य अधिकारी डा. स्काट हैरिस ने बताया कि पिछले साल प्रदेश में कुल 64,714 लोगों की मौत हुई जबकि 57,641 बच्चों का जन्म हुआ। प्रथम एवं द्वितीय विश्व युद्ध और 1918 में फ्लू महामारी के दौरान भी ऐसा नहीं हुआ था।
समाचार एजेंसी के मुताबिक फ्लोरिडा में शुक्रवार को 11,275 मामले दर्ज किए गए। फ्लोरिडा में अब तक 35 लाख मामले सामने आए हैं जबकि 51,240 लोगों की मौत हो चुकी है। अलास्का में पिछले दो हफ्तों में प्रति 100,000 लोगों पर 1,200 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। अलास्का में बढ़ते मामलों को देखते हुए सैन्य नेतृत्व ने लोक स्वास्थ्य आपात स्थिति की घोषणा की है। सैन्य कर्मियों से कहा गया है कि वे ऐसे स्थानों पर जाने से बचें जहां पर मास्क पहनना अनिवार्य नहीं है।
वहीं अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डा. एंथनी फासी ने रविवार को कहा कि कोरोना के खिलाफ अधिकतम सुरक्षा के लिए जल्द ही वैक्सीन की बूस्टर डोज जरूरी हो जाएगी। हालांकि फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) 16 साल और अधिक उम्र के लोगों में तीसरी बूस्टर डोज के व्यापक इस्तेमाल को खारिज कर चुका है। एफडीए ने अपने प्रस्ताव में हालिया इजरायली अध्ययन के आंकड़ों को शामिल किया है जिनके मुताबिक वैक्सीन की बूस्टर डोज 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को संक्रमण और गंभीर बीमारी दोनों से बचा सकती है।
उधर ब्राजील में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। ब्राजील में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। ब्राजील संक्रमितों के मामले में दुनिया में तीसरे स्थान पर है। एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्राजील में शनिवार को 150,106 नए मामले सामने आए जबकि 935 लोगों की मौत हो गई। ब्राजील में अब तक कोरोना संक्रमण के 2.12 करोड़ से ज्‍यादा मामले सामने आए हैं जबकि 590,508 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील महामारी से मौतों के मामले में दुनिया में दूसरे स्थान पर है।
रूस में भी कोरोना से होने वाली मौतें कम नहीं हो रही हैं। रूस में बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 20,174 मामले दर्ज किए गए जिसके साथ संक्रमितों का आकड़ा 7,274,928 हो गया है। रूस में महामारी ने बीते 24 घंटे में 793 लोगों की जान ली है जिससे मृतकों की कुल संख्‍या 1.93 लाख से ज्‍यादा हो गई है। वहीं फ्रांस में 5,814 नए मामले सामने आए जिसके साथ संक्रमितों का आंकड़ा 7,037,931 हो गया है। इटली में रविवार को संक्रमण से 26 लोगों की मौत हो गई जबकि 3,838 नए मामले सामने आए।
ब्र‍िटेन में बीते 24 घंटे में 29,612 नए मामले सामने आए जिसके साथ संक्रमितों का आंकड़ा 7,429,746 हो गया है। ब्रिटेन में एक दिन में 56 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई जिससे महामारी से जान गंवाने वालों की संख्‍या बढ़कर 135,203 हो गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन के अस्पतालों में कोरोना के गंभीर रोगियों पर उस इलाज को अपनाया जाएगा जो अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दिया गया था। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने बताया कि गंभीर मरीजों के लिए रोनाप्रेव से इलाज की शुरुआत की गई है।
दुनियाभर में कोरोना के संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 22.81 करोड़ हो गया है जबकि महामारी से अब तक 46.8 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका दुनिया में सबसे ज्‍यादा प्रभावित देश है। अमेरिका 42,048,376 संक्रमितों और 673,464 मौतों के साथ दुनिया का सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है।
विज्ञान पत्रिका लैंसेट ने यू-टर्न लेते हुए 16 अंतरराष्ट्रीय विज्ञानियों के हवाले से एक खुला पत्र छापकर कोरोना की उत्पत्ति के मामले में पारदर्शी तरीके से जांच की मांग की है। लैंसेट ने कहा है कि कोरोना की उत्पत्ति का सीधा प्रमाण अब तक नहीं मिला है जिससे इसके प्रयोगशाला से लीक होने की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता है। आपको याद होगा कि लैंसेट ने डेढ़ साल पहले लैब लीक थ्योरी को खारिज कर दिया था।

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