कैनेडा: हाल ही लिबरल पार्टी से निकाले गए भारतीय मूल के सांसद रमेश संघा ने एक रेडियो चैनल को दिए इंटरव्यू में लिबरल पार्टी में खालिस्तानी दखल होने का आरोप लगाया। उनके इस इंटरव्यू की ऑडियो आजकल सोशल मीडिया जैसे व्हाट़सएप पर वायरल हो रही है। उन्होंने कहा कि उन पर रेसेजम का आरोप तो लगाया गया, लेकिन वो उसे साबित नहीं कर पाए। मैं धारा के साथ नहीं बह रहा था, वहीं लिबरल पार्टी में अब खालिस्तानी समर्थकों का दखल बढ़ रहा है। अब मैं आजाद पार्लियामेंट सदस्य हूं।
उन्होंने कहा कि मैं एक विचारधारा के खिलाफ था। वहीं उस विचारधारा जिसे खालिस्तानी विचारधारा कहते हैं, उसके लोग लिबरल पार्टी में सक्रिय आ रहे हैं। मैं इस विचारधारा के खिलाफ बोलता हूं तो मुझ पर एक्ट्रीमिज्म के ही आरोप लगाए गए। यह गलत है। उन्होंने एक सवाल के जबाव में कहा कि यह जो विचारधारा है, यह कैनेडियन के खिलाफ भी खतरनाक है। उन्होंने कहा कि हाल ही में एक बैठक हुई थी, जिसमें इंडो कैनेडियन मूल के नवदीप बैंस भी मौजूद थे। बैंस एक विचारधारा के समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग वोटों के लिए इस विचार को हवा देते हैं कि सारे सिख खालिस्तानी विचारधारा को पसंद करते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है।
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