122 Views

भारत और युगांडा में मिली नकली कोवीशील्ड, डब्ल्यूएचओ ने जारी की चेतावनी

लंदन,19 अगस्त। विश्व स्वास्थ्य संगठन को भारत और युगांडा में कोवीशील्ड की नकली कोरोना वैक्सीन मिली हैं। ऑथोराइज्ड वैक्सीन सेंटर से बाहर ले जाकर ये नकली वैक्सीन मरीजों को लगा भी दी गई थी। नकली कोवीशील्ड मिलने के बाद डब्ल्यूएचओ ने मेडिकल प्रोडक्ट्स को लेकर चेतावनी जारी की है। इधर, कोवीशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने कहा है कि वह कोवीशील्ड को 2 ml की शीशी में सप्लाई ही नहीं करता है। डब्ल्यूएचओ ने कहा, ‘SII ने लिस्ट में दर्ज वैक्सीन के नकली होने की पुष्टि की है। इनके बारे में डब्ल्यूएचओ को भारत और युगांडा में मरीजों के स्तर से ही जानकारी मिली थी। इनके नकली होने का पता वैक्सीन पर लिखी जाने वाली जरूरी जानकारी लगातार मिस होने पर चला।’
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि नकली कोरोना वैक्सीन की पहचान करके इसे तुरंत नष्ट किया जाना चाहिए। नकली वैक्सीन दुनियाभर में लोगों की सेहत से जुड़ा बड़ा खतरा है। इससे रिस्क जोन में आने वाले लोग और स्वास्थ्य सुविधाओं पर एक्स्ट्रा लोड बढ़ेगा नकली और घटिया मेडिकल प्रोडक्ट्स को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के ग्लोबल सर्विलांस एंड मॉनिटरिंग सिस्टम ने कोवीशील्ड की नकली वैक्सीन का पता लगाया है। युगांडा में मिली नकली कोवीशील्ड की शीशी 5 ml की थी, जिसमें 10 डोज लगाने की बात कही गई थी। उस पर बैच नंबर 4121Z040 और नकली एक्सपायरी डेट 10 अगस्त लिखी हुई थी। यह पहला मौका नहीं है, जब नकली कोरोना वैक्सीन का पता चला है। इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अमेरिकी देशों में फाइजर-बायो एनटेक की नकली कोरोना वैक्सीन के बारे में बताया था।
दक्षिण एशिया और अफ्रीका में नकली दवाइयों और वैक्सीन मिलने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मेडिकल प्रोडक्ट अलर्ट जारी किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन को कोवीशील्ड की नकली वैक्सीन के बारे में इस साल जुलाई-अगस्त में ही खबर मिली थी। अब डब्ल्यूएचओ ने मेडिकल प्रोडक्ट्स की सप्लाई चेन पर निगरानी रखने की सलाह दी है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top