मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) कप्तान विराट कोहली की उस बात को मानने पर राजी हो गया है, जिसमें उन्होंने खिलाड़ियों की पत्नी या उनकी गर्ल फ्रेंड को विदेशी दौरों पर साथ ले जाने की बात कही थी। बोर्ड में नियुक्त प्रशासकों की समिति ने खिलाड़ियों की पत्नी या गर्लफ्रेंड के विदेशी दौरों पर साथ होने की मांग को स्वीकृति दे दी है। लेकिन पत्नी या गर्लफ्रेंड दौरा शुरू होने के 10 दिन बाद वहां पहुंचेंगी। हाल ही में विराट कोहली ने बोर्ड के सामने यह मांग की थी, जिसमें उन्होंने इस संबंध में मौजूदा नीति में बदलाव की मांग की थी। इससे पहले बीसीसीआई ‘नो वाइव्स-गर्लफ्रेंड पॉलिसी’ अपनाता था। हालांकि इसके बाद उसने इस नीति में बदलाव कर यह नियम बनाया था कि क्रिकेटर्स, कोच और सपॉर्ट स्टाफ की पत्नियां या गर्लफ्रेंड दो सप्ताह के लिए विदेशी दौरों पर जा सकती हैं।
अब कप्तान की इस मांग पर विचार करने के बाद समिति इस नतीजे पर पहुंची है कि विदेशी दौरों पर पत्नी या गर्लफ्रेंड होने से कोई नुकसान नहीं है। लेकिन वे उन्हें दौरा शुरू होने के 10 दिन बाद ही जॉइन कर पाएंगी। बता दें साल 2015 में जब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया चीफ एग्जीक्यूटिव जेम्स सदरलैंड थे, तब ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड ने भी वाइव्स-गर्लफ्रेंड के साथ होने की नीतियों को अपनाया था। इससे ऑस्ट्रेलिया को एशेज दौरे पर सीरीज में अच्छे परिणाम हासिल हुए थे। कप्तान की मांग पर गौर करते हुए इस नतीजे पर पहुंचा कि खिलाड़ी विदेशी दौरों पर लंबे समय तक घर से बाहर रहते हैं। ऐसे में अगर उनकी पत्नी या गर्लफ्रेंड साथ हो, तो इससे खिलाड़ियों के लिए सकारात्मक माहौल तैयार हो सकता है।